रविवार, 30 मार्च 2025

कूल्हे के फ्रैक्चर का सीमेंट ऑग्मेंटेशन से सफल होगी सर्जरी

 

पीजीआई 


 कूल्हे के फ्रैक्चर का सीमेंट ऑग्मेंटेशन से सफल होगी सर्जरी


लखनऊ ऑर्थोपेडिक सोसाइटी की चौथी वार्षिक संगोष्ठी 


 


 


  कूल्हे के फ्रैक्चर का इलाज सीमेंट ऑग्मेंटेशन तकनीक से बेहतर इलाज  होगा। इस तकनीक में जहां पर फ्रैक्चर होता है वहां पर  रांड और प्लेट लगाने के साथ बोन सीमेंट को स्क्रू के साथ इंजेक्ट किया जाता है जिससे स्क्रू की पकड़  मजबूत हो जाती है। यह जानकारी लखनऊ ऑर्थोपेडिक सोसाइटी के चौथे  वार्षिक अधिवेशन में संजय गांधी पीजीआई एपेक्स ट्रामा सेंटर के  हड्डी रोग विशेषज्ञ डा.पुलक शर्मा ने दी। प्रो शर्मा ने बताया कि  बच्चों से लेकर वयस्कों तक सभी आयु समूहों के व्यक्तियों को प्रभावित करने वाली एक प्रचलित चोट है। हिप फ्रैक्चर एक बड़ी चुनौती है । ऑपरेशन के बाद की गतिविधि  सर्जरी के  परिणामों  बहुत अधिक निर्भर करता है। सीमेंट ऑग्मेंटेशन  तकनीक मरीजों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। इससे अस्पताल में रहने की अवधि कम होती है। जल्दी से जल्दी मरीज चलने-फिरने लायक हो जाता है। संगोष्ठी में लखनऊ और आस-पास के जिलों से 200 से अधिक आर्थोपेडिक सर्जन शामिल हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक डॉ. आर.के. धीमान ने ऑर्थोपेडिक्स विभाग के प्रयासों की सराहना की । एशिया पेसिफ़िक ट्रामा सोसाइटी एवं भारतीय आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अनूप अग्रवाल,  डा. पीआर मिश्रा व्याख्यान दिया,  जिसमें बुजुर्गों के लिए 360 डिग्री देखभाल पर बल दिया। 360 डिग्री देखभाल का मतलब है, किसी मरीज के बारे में पूरी जानकारी रखना और उसकी देखभाल के लिए सभी संबंधित लोगों को जोड़ना । एशिया पैसिफिक आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जमाल अशरफ एविडेंस बेस्ड मेडिसिन पर प्रकाश डाला। मुम्बई के डा. अमित अजगांवकर और एम्स दिल्ली के डॉ.समर्थ मित्तल, यूपी आर्थोपेडिक,एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पीयूष कुमार मिश्रा ने हिप फ्रैक्चर पर व्याख्यान दिया। 


पैरा बैडमिंटन को बढावा देने के लिए हेल्प लाइन


 


कार्यक्रम के विशेष अतिथि पैरा बैडमिंटन कोच गौरव खन्ना जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और गतिशीलता को बनाए रखने में डॉक्टरों के योगदान के लिए अपनी प्रशंसा की। पैरा बैडमिंटन एथलीट की पहचान करने और उन्हें इंटरनेशनल लेवल तक पहुंचाने के लिए पैरा बैडमिंटन गोल्ड  कार्यक्रम शुरू किया गया। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी होगा ।  दिव्यांग व्यक्तियों हेल्पलाइन के जरिए संपर्क कर विशिष्ट इलाज के लिए अच्छे सेंटर पर जा सकेंगे। इलाज के बाद पैरा बैडमिंटन केल में आगे जा सकेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें