अब पीजीआइ 25 मिनट में निखारेगा चेहरे की खूबसूरती
बोटाक्स और डर्मल फिलिंग से दूर करेंगे झुर्री
प्लास्टिक सर्जरी और नेत्र रोग विशेषज्ञ मिल कर शुरू करेंगे स्पेशल क्लीनिक
अब संजय गांधी पीजीआइ चेहरा निखारेगा। संस्थान के प्लास्टिक सर्जन, नेत्र रोग विशेषज्ञ जल्दी ही रूटीन बेस पर क्लीनिक शुरू करेंगे। बढ़ती उम्र या दूसरे कारणों से चेहरे पर झुर्री , आंख की बरौनी( आईलि़ड) गिरने , चेहरे के लटकने से निखार कम हो जाता । इसे ठीक करने के लिए अब बोटाक्स थिरेपी, जर्मल फिलर जैसे 25 से 30 मिनट के प्रोसीजर शुरू होंगे। तकनीक की जानकारी देने आक्युलो- फेसियल एस्थेटिक एक दिवसीय कोर्स का आयोजन शनिवार को करेगा। प्लास्टिक सर्जन, प्रो. अंकुर भटनागर, प्रो. अनुपमा सिंह , नेत्र रोग विशेषज्ञ प्रो. रचना अग्रवाल ने प्रेस वार्ता कर बताया कि चेहरे की इन परेशानियों के लिए फेस लिफ्ट, राइनोप्लास्टी सहित अन्य सर्जरी की जाती है। यह लंबे प्रोसीजर है लेकिन तमाम चहरे की इन परेशानियों को बोटाक्स छिरेपी, डर्म फिलिंग से दूर किया जा सकता है। इसमें कम समय लगता है। विशेषज्ञों के मुताबिक बोटाक्स किस जगह पर कितनी मात्रा में कैसे देना है यह काफी महत्वपूर्ण है। इसकी जानकारी देने के लिए कोर्स का आयोजन किया जा रहा है जिसमें सात इंटरनेशनल फैकल्टी आ रहे है। लाइव डिमास्ट्रेशन को चार मेडिकल संस्थानों टेली मेडिसिन में सीधे प्रसारित किया जाएगा।
यूपी में भी बढ़ रही है कास्मेटिक सर्जरी की मांग
विशेषज्ञों ने कहा कि अभी तक कास्मेटिक सर्जरी या प्रसीजर की मांग बडे महानगरों में थी लेकिन अब यहां भी मांग बढ़ रही है। हफ्ते में 5 से 7 लोग इसकी मांग कर रहे हैं। जिसमें टीवी जर्नलिस्ट, युवा, मार्केटिंग , हास्पिटैलिटी सर्विस से जुडे लोग अधिक है। निजि सेंटर पर यह काफी मंहगा है। हम लोग बाहर की दर से 40 से 50 फीसदी कम खर्च पर प्रोसीजर कर सकेंगे।
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