मंगलवार, 20 अगस्त 2019

लिवर, दो किडनियों और दो कार्निया दान कर पांच लोगों को नई जिंदगी - पीजीआइ में हुआ दो लोगों में किडनी का प्रत्यारोपण

जाते -जाते दे गए पांच लोगों को जिंदगी


डालीगंज निवासी 30 वर्षीय रवि दुर्घटना का शिकार हो गए थे। केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में उन्हें ले जाया गया, मगर बेड न मिलने से उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनके ब्रेन का ऑपरेशन किया, मगर रवि इसके बाद होश में नहीं आए। बाद में परिवारीजन ने उन्हें केजीएमयू में भर्ती कराया। यहां रवि को वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया। इलेक्ट्रोग्राफी में पता चला कि उनके ब्रेन ने काम करना बंद कर दिया है। 18 व 19 अगस्त को उनके दो ऑप्निया टेस्ट हुए, जिनमें उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।
रवि के परिवारीजन की काउंसिलिंग: इस पर ऑर्गन ट्रांसप्लांट विभाग की टीम ने उनके परिवारीजन की काउंसिलिंग की। पिता रामकिशोर, मां मीना व पत्नी रेखा की सहमति पर डॉक्टरों ने अंगदान की तैयारी शुरू की। परिवारीजन ने रवि का लिवर, दो किडनियों और दो कार्निया दान कर पांच लोगों को नई जिंदगी दी।

पीजीआइ में दो मरीजों में हुआ कैडेवर किडनी ट्रांसप्लांट

पहली बार एक दिन में तीन मरीजों में हुआ किडनी ट्रांसप्लांट


मेडिकल विवि से ंमिले दो कैडेवर किडनी से गुर्दे की बीमारी से संघर्ष कर रहे दो मरीजों में गुर्दा प्रत्यारोपित किया गया। मेडिकल विवि से कैडेवर किडनी मिलने की जानकारी मिलते ही बी पिजिटव ग्रुप के किडनी मरीजों को बुला कर स्क्रीनिंग कर देखा गया कि किसमें तुरंत प्रत्यारोपण हो सकता है। प्रत्यारोपण के मरीज को फिट होना चाहिए कोई इंफेक्शन आदि न हो। रात में स्क्रीन करने के बाद ओटी तैयार की गयी है। एक रायबरेली जिले की  35 वर्षीय  महिला जो इलाज -देख रेख नेफ्रोलाजी विभाग के प्रमुख प्रो. अमित गुप्ता और दूसरी लखनऊ की 39 वर्षीय महिला जिसका देख-रेख प्रोय नरायान प्रसाद के अंदर चल रहा था। इन दोनों विशेषज्ञों ने तमाम स्क्रीनिंग के बाद ट्रांसप्लांट के लिए सहमति दी। प्रत्यारोपण विशेषज्ञप्रो. अनीस श्रीवास्तव, प्रो.संजय सुरेका, प्रो.यूबी सिंह, प्रो.एमएस अंसारी  सहित अन्य ने विशेषज्ञों ने प्रत्यारोपण को अंजाम दिया। इसके आलावा एक रूटीन ट्रांसप्लांट मोती लाल में हुआ जिसकी देख-भाल प्रो. नरायन प्रसाद के अधीन चल रही थी।  ऐसा बहुत कम होता है जब एक दिन में तीन किडनी किडनी ट्रासप्लांट हुआ । सभी मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट में नेफ्रोलाजिस्टों के देख -रेख में वापस दे दिया गया है


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