शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

बिना चीरा लगाए सामान्य किया दिमाग में ब्लड सप्लाई


बिना चीरा लगाए सामान्य किया दिमाग में ब्लड सप्लाई
रोड एक्सीडेंट से चलते दिमाग न जा कर आंख में जा रहा था खून


22 वर्षीय केशव रोड एक्सीडेंट का शिकार हुए।  जान बच गयी । बाकी परेशानी ठीक हो गयी लेकिन  कुछ दिनों के बाद आंख में सूजन, लाली, आंख में दबाव की परेशानी होने लगी। कई डाक्टरों को दिखाया। परेशानी बढ़ती गयी। एक डाक्टर ने सलाह दिया कि वह संजय गांधी पीजीआइ के इंटरवेशन रेडियोलाजी विभाग में दिखा ले। इंटरवेशन रेडियोलाजिस्ट प्रो. विवेक सिंह और प्रो.सूर्या नंदन ने सीटी परीक्षण कर देखा तो पता चला कि रोड एक्सीडेंट में सिर पर चोट के कारण दिमाग को रक्त सप्लाई करने वाली रक्त वाहिक( आर्टरी)  केवरनस साइनस रक्त वाहिका से जुड़ गयी है। इसे डाक्टरी भाषा में कैरोटेड केवरनेस फेस्चुला कहते हैं। इसके कारण दिमाग में रक्त सप्लाई कम हो कर आंख की रक्त वाहिकाओं में रक्त सप्लाई हो रही है। जो परेशानी का कारण है। बिना चीरा लगाए इंटरवेशन तकनीक से ठीक किया । सिर में चोट लगने या अन्य कारणों से यदि आंख में लाली , सूजन, आंख में दबाव महसूस हो तो यहां पर सलाह लिया जा सकता है। इलाज के तुंरत बाद सुधार देखने को मिला जो आगे और ठीक हो जाएगा। 

इंडो वेस्कुलर इंटरवेशन तकनीक से बची आंख की रोशनी
विशेषज्ञों ने दिमाग ब्लड सप्लाई सामान्य करने के लिए इंडो वेस्कुलर इंटरवेशन तकनीक के जरिए  जांघ के पास स्थित फीमोरल आर्टरी से दिमाग में स्थित उस नस के पास पहुंचे जहां पर फेस्चुला बना था।  क्वायल लगाकर आंख में रक्त सप्लाई को बंद किया जिससे दिमाग रक्त सप्लाई सामान्य हो गयी। आंख की सूजन कम हो गयी। प्रो. सूर्या नंदन ने बताया कि इस प्रोसीजर में रेजीडेंट डा.सुजीत, डा. शशांक , इंटरवेशन रेडियो टेक्नोलाजिस्ट सरोज वर्मा, शिवम यादव का विशेष सहयोग रहा। लंबे समय तक आंख की ब्लड सप्लाई न बंद होने पर आंख  की रोशनी चली जाती। 

यह परेशानी तो यहां ले सलाह
- आंख में लाली
- सूजन
- आंख में दबाव महसूस हो 


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