शिव पुराण के २५ वे अध्याय के अनुसार
रुद्राक्ष धारण के मंत्र – (1) 'ॐ ह्रीं नमः', (2) 'ॐ नमः', (3) 'क्लीं नमः', (4) 'ॐ ह्रीं नमः', (5) 'ॐ ह्रीं नमः', (6) 'ॐ ह्रीं हुं नमः', (7) 'ॐ हुं नमः', (8) 'ॐ हुं नमः', (9) 'ॐ हुं नमः', (10) 'ॐ हृ हुं नमः', (11) ॐ ह्रीं हुं नमः', (12) 'ॐ हुं नमः', (13) 'ॐ क्रौं क्षौरो नमः' तथा (14) ॐ ह्रीं नमः । इन चौदह मंत्रों द्वारा क्रमशः एक से लेकर चौदह मुख वाले रुद्राक्ष को धारण करने का विधान है। श्रद्धाभक्ति से मंत्रों द्वारा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए
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