विश्व लिवर डे आज , थीम भोजन ही औषधि
फैटी लिवर के साथ डायबिटीज की आशंका तीन गुना अधिक
फैटी लिवर के साथ डायबिटीज तो लिवर सिरोसिस की आशंका अधिक
स्वस्थ खाएं, लिवर को बचाएं
कुमार संजय
19 अप्रैल को विश्व लीवर डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना और उसके संरक्षण के उपाय बताना है। इस वर्ष की थीम फूड इज मेडिसिन (भोजन ही औषधि है)। संजय गांधी पीजीआई के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट प्रो.गौरव पाण्डेय के मुताबिक लिवर स्वास्थ्य के लिए संतुलित और पोषणयुक्त आहार जरूरी है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए कोई दवा नहीं चाहिए, सही खानपान ही सबसे बड़ी दवा है। अगर हम रोजाना अपने भोजन में प्राकृतिक, ताजा और पौष्टिक चीजों को शामिल करें और व्यायाम करें तो लिवर को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। लीवर की एक खासियत होती है कि यह खुद को ठीक कर सकता है। अगर इसका 60 से 70 फीसदी हिस्सा भी खराब हो जाए, तो भी यह दोबारा बढ़कर पहले जैसा हो सकता है। प्रो पाण्डेय कहते है कि अधिक वसा युक्त भोजन लिवर का दुश्मन साबित हो रहा है। संस्थान की ओपीडी में आने वाले लिवर की परेशानी के मरीजों में देखा कि फैटी लिवर डिजीज की दर चालीस फीसदी है जबकि इतनी ही दर अल्कोहल के कारण है। एक समय था जब अल्कोहल बड़ा कारण था लेकिन आज फैटी लिवर और अल्कोहल के कारण बीमारी की दर बराबर हो गई। देखा कि फैटी लिवर होने पर डायबिटीज की आशंका दो से तीन गुना बढ़ जाती है। डायबिटीज के साथ फैटी लिवर होने पर लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। संतुलित आहार और व्यायाम के जरिए ही लिवर को फैटी होने और डायबिटीज से बचा जा सकता है। फैटी लिवर है तो वजन सात से दस फीसदी कम करने की जरूरत है।
लिवर क्यों है शरीर के लिए महत्वपूर्ण
लिवर शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है, जो 500 से अधिक कार्यों में भाग लेता है। अगर लिवर ठीक से काम न करे, तो पूरा शरीर प्रभावित हो सकता है।
-विषैले पदार्थों को बाहर निकालना
-पाचन में मदद करना (बाइल का निर्माण)
-ऊर्जा का भंडारण और विनियमन
-दवाओं को मेटाबोलाइज़ करना
-रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखना
यह आहार लिवर को स्वस्थ रखने में होते है मददगार
- हरी पत्तेदार सब्जियां-
- हल्दी -
-लहसुन
- ग्रीन टी-
- अखरोट
- चुकंदर का जूस
लीवर ठीक रखना है तो इससे बचे
-ज्यादा तला-भुना और फास्ट फूड
-अत्यधिक शराब का सेवन
-चीनी और अधिक कार्ब युक्त खाद्य पदार्थ
-प्रोसेस्ड फूड (पैकेट्स, इंस्टैंट फूड्स)
लाइफस्टाइल
-नियमित व्यायाम करें
-वजन को नियंत्रित रखें
-समय-समय पर लिवर की जाँच करवाएं
फैटी लिवर और शराब बन रहा है कारण
शराब- 40 फीसदी
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज-40 फीसदी
हेपेटाइटिस बी वायरस -11.5 फीसदी
हेपेटाइटिस सी वायरस - 6.2 फीसदी

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