SIP स्टॉपेज रेशियो चिंता का विषय है, लेकिन यह लॉन्ग टर्म ट्रेंड नहीं है
क्या है SIP स्टॉपेज रेशियो- म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने वालों को जानना बेहद जरूरी है क्यों!
क्या है SIP स्टॉपेज रेशियो- म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने वालों को जानना बेहद जरूरी है क्यों!
क्या है SIP स्टॉपेज रेशियो- म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने वालों को जानना बेहद जरूरी है क्यों!
भारतीय निवेश बाजार में सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक सुरक्षित और अनुशासित निवेश ऑप्शन माना जाता है. लेकिन जनवरी 2025 में SIP स्टॉपेज रेशियो (SIP Stoppage Ratio) में जोरदार बढ़ोतरी देखी गई. जिससे निवेशकों के मन में क्या चल रहा है? उसकी जानकारी मिलती है. लेकिन जनवरी के डेटा ने पैसा लगाने वालों की टेंशन बढ़ा दी. आइए आपको विस्तार से बताते हैं. आखिर हो क्या रहा है.
क्या SIP निवेशक डर रहे हैं
SIP स्टॉपेज रेशियो क्या होता है? SIP स्टॉपेज रेशियो यह बताता है कि एक महीने में जितनी SIP बंद हुईं, वह नई SIP के मुकाबले कितने फीसदी हैं.
अगर SIP स्टॉपेज रेशियो ज्यादा होता है, तो इसका मतलब है कि ज्यादा निवेशक SIP बंद कर रहे हैं, जो बाज़ार में डर या सतर्क हो रहे हैं.
अगर SIP स्टॉपेज रेशियो कम होता है, तो निवेशक SIP को जारी रख रहे हैं, जिससे उनका बाज़ार में भरोसा झलकता है.
जनवरी 2025 में SIP स्टॉपेज रेशियो क्यों बढ़ गया? एक्सपर्ट्स ने पर बताया कि शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव (Market Volatility) का असर दिखा है.
जनवरी 2025 में शेयर बाजार में भारी अस्थिरता देखने को मिली, जिससे कई निवेशकों ने घबराकर अपनी SIP रोक दी.
निफ्टी और सेंसेक्स अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचे थे, जिससे निवेशकों को डर हुआ कि अब बाज़ार गिर सकता है. कई लोगों ने मुनाफा बुक (Profit Booking) करके SIP रोकना बेहतर समझा.
महंगे वैल्यूएशन और गिरावट की आशंका (High Market Valuations & Fear of Correction)- कई म्यूचुअल फंडों के NAV (Net Asset Value) अपने रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए थे. कुछ निवेशकों ने सोचा कि बाज़ार जल्द ही गिरेगा, इसलिए उन्होंने सही मौके का इंतजार करने के लिए SIP रोक दी.
नए निवेशकों की घबराहट (New Investors Panicking)- कोविड के बाद लाखों नए निवेशक SIP से जुड़े थे, लेकिन उन्होंने कभी बाज़ार में बड़ी गिरावट नहीं देखी थी. जब बाज़ार में थोड़ा नुकसान दिखा, तो उन्होंने SIP रोक दी, बजाय इसे जारी रखने के.
महंगाई (Inflation & Rising Interest Rates)- महंगाई दर बढ़ने और ब्याज दरों में बढ़ोतरी से कई निवेशकों ने अपने पैसे को FDs या डेट फंड्स में शिफ्ट किया.
इससे SIP स्टॉपेज रेशियो बढ़ा, क्योंकि लोग अधिक सुरक्षित निवेश विकल्प तलाशने लगे.
जो लोग भी एसआईपी में पैसा लगा रहे हैं उन्हें क्यों जानना चाहिए? जनवरी 2025 में SIP स्टॉपेज रेशियो: 109% है. इसका मतलब है कि नई SIP से ज्यादा SIP बंद हो रही हैं, जो भारत में अब तक का सबसे अधिक SIP स्टॉपेज रेशियो है.
पिछले साल के आंकड़े-मई 2024: 88.38% (चुनाव से पहले निवेशकों में डर).मई 2020: 80.69% (कोविड-19 के कारण मार्केट क्रैश). जनवरी 2025 का 109% रेशियो सबसे ज्यादा है, जो दर्शाता है कि निवेशक ज्यादा सतर्क हो रहे हैं.
SIP निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है? SIP निवेश फिर भी मजबूत है - ₹26,400 करोड़ का योगदान. SIP बंद होने के बावजूद, कुल निवेश राशि मजबूत बनी हुई है. कई निवेशकों ने छोटी SIP बंद कीं, लेकिन बड़ी SIP जारी रखी.
यह छोटे टाइम की टेंशन है या डर लंबे समय तक बना रहेगा?SIP हमेशा लंबे समय के लिए किए जाते हैं, लेकिन निवेशक छोटे उतार-चढ़ाव पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इतिहास बताता है कि SIP बंद होने के बाद भी नए निवेशक वापसी करते हैं जब बाज़ार स्थिर होता है.
निवेशकों को अधिक वित्तीय जागरूकता की ज़रूरत-SIP का असली फायदा बाज़ार गिरने के दौरान ही होता है, क्योंकि इससे निवेशक कम कीमत पर अधिक यूनिट खरीद सकते हैं.
निवेशकों को घबराने के बजाय SIP जारी रखनी चाहिए ताकि वे लंबे समय में अधिक लाभ कमा सकें.
SIP निवेशकों को क्या करना चाहिए? सीएनबीसी आवाज़ पर एक्सपर्ट्स ने बताया लंबी अवधि के लिए निवेश जारी रखें
बाज़ार में उतार-चढ़ाव सामान्य है. SIP रोकने के बजाय उसे जारी रखने से ही सही फायदा मिलेगा.
बाज़ार को टाइम करने की कोशिश न करें-SIP रोकने से आप सबसे अच्छे रिटर्न देने वाले दिनों को मिस कर सकते हैं.रुपये कॉस्ट एवरेजिंग से फायदा तभी मिलेगा जब SIP चालू रहे.
अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें-अगर आपको बाज़ार की अस्थिरता से डर लगता है, तो हाइब्रिड फंड्स, डेट फंड्स या गोल्ड ETF में निवेश करें.
SIP की राशि बढ़ाएं जब बाज़ार गिरे- अगर बाज़ार और गिरता है, तो SIP राशि बढ़ाने से ज्यादा फायदा मिलेगा.
SIP स्टॉपेज रेशियो – घबराहट या बदलाव? 109% SIP स्टॉपेज रेशियो चिंता का विषय है, लेकिन यह लॉन्ग टर्म ट्रेंड नहीं है.
निवेशकों को SIP का असली फायदा तभी मिलेगा जब वे इसे जारी रखेंगे. बाज़ार में अस्थिरता आती-जाती रहती है, लेकिन SIP दीर्घकालिक लाभ देता है.
निवेश SIP की तरह होता है - अगर आप शुरुआत में ही डरकर छोड़ देंगे, तो असली फायदा नहीं मिलेगा.

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