मंगलवार, 4 सितंबर 2018

देश के पहले पिडियाट्रिक गैस्ट्रो इंट्रोलाजी विशेषज्ञता के संस्थापक को मिला प्रो.एसअार नायक एवार्ड

देश के पहले पिडियाट्रिक गैस्ट्रो इंट्रोलाजी विशेषज्ञता के संस्थापक को मिला प्रो.एसअार नायक एवार्ड


गुरू का  एवार्ड शिष्य को मिला 


जिस गुरू ने अपनी पूरी जिंदगी सीख दी उसी गुरू के नाम का एवार्ड मिलना मेरे लिए भारत रत्न के समान है। यह कहना है कि संजय गांधी पीजीआई के पिडियाट्रिक गैस्ट्रोइंट्रोलाजी विभाग के संस्थापक प्रो. एसके याचा का। प्रो. याचा को इस साल का प्रो.एसअार नायक एवार्ड फार आउट स्टैडिंग रिसर्च इनवेस्टीगेटर संस्थान के 23 वें दीक्षांत समारोह में दिया जाएगा। प्रो.याचा के नाम 160 से अधिक रिसर्च पेपर हैं। बच्चों में तमाम पेट की बीमारी का पता लगाया जो पहले देश में कोई जानता नहीं था। इस बीमारी से बच्चे मर जाते थे लेकिन अब इन बीमारियों से ग्रस्त 80 फीसदी बच्चे अच्छी जिंदगी जी रहे हैं। देश का पहला संस्थान है जहां यह विभाग है। देश के पिडियाट्रिक गैस्ट्रो इंट्रोलाजिस्ट तैयार कर रहा है। प्रो. याचा के बीते पांच साल के 10 शोध पत्र एेसे जिसका इंपैक्ट फैक्टर 35 के अास -पास है।  स्वर्गीय प्रो.एस अार नायक संस्थान के गैस्ट्रो इंट्रोलाजी विभाग के संस्थापक थे इनके नाम पर हर साल एवार्ड दिया जाता है। प्रो.याचा बताया कि उनके सहयोग और प्रेरणा से यह विभाग स्थापित हुअा जो पूरे देश को रास्ता दिखा रहा है।  

लिवर की खराबी वाले पोर्टल वेन हाइपरटेंशन के मामले में लंग फंक्शन होता है कम
 
 दस शोध पत्रों में से पोर्टल वेन हाइपरटेंशन के बारे में दैनिक जागरण से विशेष बात-चीत में बताया कि पेट की बीमारी के साथ अाने वाले 40 फीसदी बच्चों में पोर्चल वेन हाइपरटेंशन की परेशानी होती है। पोटर्ल वेन हाइपरटेंशन के एेसे बच्चे जिनमें लिवर की खराबी होती है उनमें लंग का फंक्शन कम हो जाता है। लिवर की खराबी वाली 40 फीसदी बच्चों में लंग का फंक्शन कम होता है लेकिन वेन में थ्रम्बोसिस के कारण पोर्टल वेन हाइपरटेंशन है लंग फंक्शन केवल 13 फीसदी बच्चों में कम होता है इसलिए लिवर की खराबी वाले बच्चों के फेफडे पर विशेष ध्यान देेने की जरूरत है। इस परेशानी में पेट के बायी तरफ सूजन , खून की उल्टी, पेट में पानी भरने की परेशानी होती है। स्पलीन और अांत को जोडने वाली नस को पोर्टल वेन कहते है इसमें रूकावट होने पर इसमें दबाव बढ़ जाता है। कई बार समय पर इलाज न होने से यह फट जाता है। 

पेल्ड स्कोर बताएंगा किसमें सफल होगा स्टंटिंग

प्रो. याचा ने दूसरे एक खास शोध का हवाले देते हुए बताया कि बड चैरी सिंड्रोम में लिवर से निकलने वाली इंफीरियर वेना केवा नस जो दिल को खून ले जाती है वह बंद हो जाती है जिसके कारण लिवर बढ़ जाता है। इस नली को एंजियोप्लास्टी फालोड बाई स्टंटिग कर खोलते है हमने पिडियाट्रिक अंड स्टेज लिवर डिजीज स्कोरिंग सिस्टम विकसित किया जिससे बता सकते है कि किस बच्चे में स्टंटिग से फायदा होगा जिसमें फायदा होगा। अनावश्यक करने से मरीज का पैसा खर्च होता है। इस बीमारी में पेट में बार-बार पानी भर जाता है। लिवर बढा होता है। पेट के ऊपर नसें दिखती है। कई बार पीलिया की परेशानी होती है।    

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