शुक्रवार, 16 मार्च 2018

पीजीआइ व एम्स ऋ षिकेश के बीच समझौता

पीजीआइ व एम्स ऋ षिकेश के बीच समझौता




जागरण संवाददाता, लखनऊ: संजय गांधी पीजीआइ और एम्स ऋषिकेश के बीच शोध एवं चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को समझौता हुआ है। दोनों संस्थान के विशेषज्ञ तकनीक हस्तांतरण के साथ ही चिकित्सा क्षेत्र की नयी चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए मिलकर शोध कार्य करेंगे। 1लखनऊ में हुए समझौते के दौरान पीजीआइ के निदेशक प्रो.राकेश कपूर, एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रो. रविकांत, पीजीआइ के हृदय शल्य चिकित्सक प्रो. एसके अग्रवाल, सीएमएस प्रो. अमित अग्रवाल, ट्रांस फ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रो. प्रशांत अग्रवाल के अलावा रिसर्च सेल के नोडल आफीसर सहित कई लोग मौजूद थे। प्रो. राकेश कपूर ने बताया कि अब दोनों संस्थानों के बीच तकनीक हस्तांतरण की राह आसान होगी। उदाहरण के तौर पर रोबोटिक सर्जरी व जीन फिक्वेंसिंग तकनीक एम्स ऋषिकेश में स्थापित हो चुकी है और पीजीआइ में इसको शुरू करने की तैयारी की जा रही है। 1इसी तरह एम्स ऋषिकेश चूंकि अभी नया खुला है और क्लीनिकल सर्विस अभी शुरू हो रही है, जबकि पीजीआइ में यह बहुत पहले से है। यही नहीं किडनी ट्रांसप्लांट, बाईपास सर्जरी, एंजियोग्राफी, इंटरवेनशन रोडियोलॉजी जैसी तमाम तकनीक भी पीजीआइ में अंतरराष्ट्रीय स्तर की है। दोनों संस्थान एक-दूसरे से उसकी तकनीक हासिल कर सकेंगे। शोध के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक व छात्र एक-दूसरे के यहां आएंगे जाएंगे। इसी को देखते हुए दोनों के बीच समझौता हुआ है।

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