गुरुवार, 22 मार्च 2018

पीजीआई ने निकाला बंगलादेशी का ग्लैंड और थम गया पारा

पीजीआई ने निकाला बंगलादेशी का ग्लैंड और थम गया पारा

इंडो क्राइन ग्लैंड ट्यूमर की परेशानी से जूझ रहे थे समसुद 


ढाका के रहने वाले 43 वर्षीय मुहम्द समसुद जमन मिया का ब्लड प्रेशर तमाम दवाअों के बाद तीन सौ से ऊपर रहता था यह तो गनीमत थी कि बढे पारे की वजह से कोई और परेशानी नहीं खडी हुई । ढाका में तमाम डाक्टरों  को दिखाय़ा  लेकिन राहत न मिलने पर सिंगापुर में नेशनल यूनिवर्सटी हास्पिटल में सलाह लेने पहुंचे वहां पता चला कि इन्हे फीयोक्रोमोसाइटोमा की परेशानी है जिसमें सर्जरी ही इलाज है। सिंगपुर सर्जरी का खर्च 25 लाख रूपया बताया । इनकी इतनी क्षमता न होने के कारण सिंगपुर के ही सर्जन से भारत में संजय गांधी पीजीआई में सर्जरी कराने की सलाह दी। सिंगपुर के सर्जन से इंडो सर्जन प्रो.अमित अग्रवाल को समसुद की पूरी डिटेल भेजी। प्रो.अमित ने सारी रिपोर्ट देखने के बाद समसुद को 10 मार्च को लखनऊ बुला लिया और 16 मार्च को इनके एड्रिनल ग्लैड की सर्जरी की । आज इन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। प्रो. अमित अग्रवाल ने बताया कि पहले इनका ब्लड प्रेशर कम किया गया इसके बाद लेप्रोस्कोप से सर्जरी की गयी। सर्जरी में इंडो सर्जन सवारत्मन, डा. सुनील मट्टू, डा. रऊफ, एनेस्थेसिया के प्रो. अाशीष कनौजिया के अलावा रंजना, फणीष , दीप्ती शामिल हुए।  

क्या फीयोक्रोमोसाइटोमा 


प्रो.अमित अग्रवाल ने बताया कि गुर्दे के पासका एड्रिनल ग्रंथि होती है। यह ग्रंथि एड्रलीन हारमोन का स्राव करती है जो रक्त दाब को नियंत्रित करने में मदद करती है। एड्रिनल ग्रंथि में ट्यूमर दो तरह के हो स·ते हैं। एक ट्यूमर को फियोक्रोमोसाइटोमा कहते हैं इससे रक्तदाब अनियंत्रित रहता है। 
 इस बीमारी का पता लगाने के लिए एल्डोस्टेरान हारमोन एवं पोटेशियम का परीक्षण कराया जाता है। दोनों की मात्रा में वृद्घि से बीमारी की पुष्टि होती है। यह बीमारी पोटेशियम की मात्रा मिलने से कुछ हद तक ठी· हो जाती है लेकिन बीमारी का पूर्ण इलाज सर्जरी है। उच्च रक्त दाब नियंत्रित न होने पर फियोक्रोमोसाइटोमा ट्यूमर का परीक्षण किया जाता है। 



निजि अस्पताल से भी अच्छा है पीजीआई 



समसुद का कहना है कि पीजीआई के सुविधा किसी कारपोरेट अस्पताल से कम नहीं है अाने -जाने और सर्जरी तक में कुल एक लाख के अास -पास खर्च हुअा जबकि यही इलाज सिंगपुर में 25  लाख तक बताया जा रहा था। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें