मंगलवार, 16 जुलाई 2013

जवान बना रहना है तो खाए विटामिन सी

नहीं आएगा बुढ़ापा न होगी बीमारी
जवान बना रहना है तो खाए विटामिन सी
विटामिन सी डीएनए को रखता है जवान
कुमार संजय
लखनऊ। पुराने लोग नीबू, आंवला. संतरा जैसी प्राकिृत फलों को खूब सेवन करते थे। इससे इनको लाभ भी होता था। उनके इस नुस्खे पर मुहर लगा दिया है।  विज्ञानियों ने साबित किया है कि कैसे विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ व्यक्ति को मजबूत बनाए रखता है। विटामिन सी डीएनए ही व्यक्ति को जवान रखता है।  विज्ञानियों ने देखा है कि डीएनए के छोर पर पाए जाने वाला टीलोमर्स के सेल में विटामिन सी का स्तर अधिक होने पर इसकी क्षति नहीं होती है। इसकी क्षति होने पर डीएनए कमजोर हो जाता है। टीलोमर्स में क्षति के साथ ही बीमारी की आशंका बढ़ जाती है। विज्ञानियों ने देखा कि टीलोमर्स सेल में विटामिन सी की मात्रा बढ़ाने से उसकी क्षति की दर बासठ फीसदी तक कम हो गयी। इस तथ्य का खुलासा अमेरिकन जर्नल आफ क्लीनिकल न्यूट्रिसन में करते हुए विज्ञानियों ने सलाह दिय है कि विटामिन सी या मल्टी विटामिन का सेवन कर तमाम तरह की बीमारियों और एजिंग प्रासेस को कम किया जा सकता है। संजय गांधी पीजीआई से शरीर प्रतिरक्षा विज्ञान में महारत हासिल करने वाले डा. स्कंध शुक्ला इस शोध का हवाला देते हुए बताते हैं कि आज के युवा और बच्चे फास्ट फूड के आगे विटामिन सी रिच डाइट का सेवन भूल गए हैं जो इनके डीएनए को कमजोर कर सकता है। टीलोमर्स एजिंग की चाभी है। इस चाभी को मजबूत रख कर एजिंग से बचा जा सकता है। देखा गया है कि जिनकी टीलोमर्स छोटा था उनमें तीन सौ फीसदी हार्ट डिजीज और आठ सौ फीसदी संक्रमण के कारण मौत हुई। इससे साबित होता है कि टीलोमर्स का सीधा रिश्ता बीमारी और एजिंग प्रासेस से हैं। विज्ञानियों के मुताबिक हर व्यक्ति को ९०(नब्बे) मिलीग्राम हर रोज विटामिन सी की जरूरत होती है। इस हिसाब से एक व्यक्ति यदि रोज दौ सौ ग्राम पपीता, दौ सौ ग्राम संतरा, दो सौ ग्राम नीबू का सेवन करता है तो उसमें विटामिन सी पूर्ति होती रहती है।  
किसमें कितना है विटामिन सी( मिली ग्राम प्रति सौ ग्राम)
पपीता- ६०(साठ)मिलीग्राम प्रति सौ ग्राम
स्ट्राबेरी- साठ   
संतरा- पचास
नीबू- चालिस
खरबूजा- चालिस
फूल गोभी- चालिस
लहसुन- तीस
आम-अठइस
पालक -तीस
टमाटर-दस
अन्नास- दस
केला- नौ
सेब- छ:

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