बुधवार, 24 जुलाई 2013


युवाओं को रक्तदान करने के लिए  जा"रूक करे"ा डब्लूएचओ
तीस लाख में दस  करते हैं रक्तदान
कुमार संजय
लखनऊ।  खून की जरूरत पडऩे पर ९० फीसदी लो"ों की पहली प्राथमिकता होती है कि बाजार से पैसा दने पर खून किसी तरह मिल जाए बदले में खून न देना पड़े। इस हकीकत को बदने के लिए विश्व रक्त दान दिवस (१४ जून) पर विश्व स्वास्थ्य सं"ठन ने युवाओं के रक्त दान के लिए जा"रूक करने के लिए नारा दिया है न्यू ब्लड फार द र्वल्ड यानि विश्व के लिए नया खून।
संजय "ांधी पीजीआई के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभा" के प्रो. अतुल के मुताबिक आज भी सबसे अधिक रक्त दान युवा ही कर रहा है। ५७.७ फीसदी रक्तदान २१ से ३० आयुवर्" के लो"ों से आता है। कुल रक्तदान करने वालों में से ५२.४४ फीसदी लो" पहली बार रक्तदान करते हैं। उ"ा शिक्षित ३२.०१ फीसदी, स्तानतक ३८.४१ एवं अनपढ़ ३.३५ फीसदी रक्तदान करते हैं कहने का मतलब यह है कि पढ़े लिखे लो"ों के बीच रक्तदान के प्रति जा"रूकता आ रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक स्वैछिक रक्त दान के प्रति लो"ों में जा"रूकता का आलम यह है कि राजधानी के ३० लाख की आबादी में से हर माह केवल तीन लो" अपने मन से खून देने पीजीआई आते हैं। कुछ सं"ठन रक्तदान केलिए कैम्प ल"वाते हैं वहां से जरूर रक्त मिल जता है। लेकिन इसे पूर्ण स्वैछिक रक्त दान नहीं कहा जा सकता है। इसी तरह सिविल हास्पिटल केब्लड बैंक के जे.एन.तिवारी कहते हैं कि यहां पर भी महीने में कोई एक-दो खून दान करने आता है। यही हाल किं" जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के ब्लड बैंक का है।

ऐसे रूक सकता है धंधा
 अस्पताल यह तय कर लें कि सरकारी ब्लड बैंक से दिया "या ही रक्त मरीज को चढ़ाया जए"ा तो खून का धंधा अपने आप बंद हो जाए"ा। विशेषज्ञ कहते हैं कि केवल राजधानी में १८० से २०० यूनिट खून की रोज जरूरत होती है। स्वैछिक रक्त दन से सारे सरकारी ब्लड बैंक को मिा कर १० यूनिट खून नहीं आता है। अब बाकी जरूरत बाजारू खून या बदले में डोनेशन से ही पूरी होता है।


उम्र और व्यवसाय  के अनुसार रक्तदान
२० से कम - २५.६१ फीसदी
२१ से ३० - ५७.२२ फीसदी
३० से अधिक- ५.१८ फीसदी
छात्र- ४० फीसदी
बेरोज"ार- ११ फीसदी
आफिस जाने वाले - ३० फीसदी


नहीं दान करें"े तो भी बेकार हो"ा खून
 आप अ"र यह सोचते हैं कि रक्त शरीर में बना रहता है तो यह भूल जाएं। ७० से ८० एमएल खून अपने आप १२० दिन में खराब हो जाता है। जो खून खराब होता है उसकी पूर्ति बोन मैरो करता है। एक स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में पांच से 6 लीटर रक्त रहता है जिसमें व्यक्ति ३०० एमएल खून दे सकता है। व्यक्ति से दान में मिले ३०० एमएल रक्त में ५० एल सिट्रेट फास्फेट डिस्ट्रोज मिला कर जो रक्त को जमने से रोकता है।    
बाक्स-
यह कर सकतें हैं रक्तदान
-एक स्वस्थ्य व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 60 के बीच हो शारीरिक वजन 45 किलो"्राम से अधिक हो
-ऐसा कोई भी व्यक्ति जो पीलिया, मलेरिया,रति रो" ,एड्स, हीमोफीलिया, एनीमिया से "्रसित न हो
-रक्त में हीमोग्लोबीन की मात्रा 12 मिली "्राम से कम न हो
       


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