पीजीआइ- हेलो अंबरीश कैसे हो कोई परेशानी हो तुरंत बताएं
विभाग के संकाय सदस्य ऐसे ही लें जिम्मेदारी तो नहीं परेशान होंगे संक्रमित
केस- हेलो अंबरीश ... कैसे हो कोई परेशानी तो नहीं.....ऑक्सीजन लेवल कितना है...बुखार तो नहीं आ रहा है...प्रणाम मैडम सब कुछ ठीक है थोडी परेशानी है....कोई बात नहीं दवा लेते रहो कोई परेशानी हो तो तुरंत फोन करना...क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी की प्रमुख प्रो. अमिता अग्रवाल के यह विभाग में कोरोना संक्रमित लोगों के संजीवनी की तरह काम कर रहा है। विभाग में प्रो. दुर्गा प्रसन्ना, डा. रुद्रा और विनोद त्रिवेदी की एक समिति बना दिया है जो सबका ध्यान रख रहा है। विभाग के 50 फीसदी लोग और उनके परिवार संक्रमित है।
केस- सिस्टर अनामिक परेशान न होन अपने पति को लेकर आए अभी भर्ती कराने के लिए हर संभव कोशिश करता हूं .जी सर लेकर आती रात में 1.30 पर पल्मोनरी मेडिसिन के प्रमुख प्रो. आलोक नाथ ने भर्ती कराया । इनके आलावा प्रो. जिया हाशिम और प्रो. अजमल जो विभाग के संकाय सदस्य है विभाग के कर्मचारियों के लिए हर संभव कोशिश लगातार कर रहे है।
संजय गांधी पीजीआइ संस्थान प्रशासन ने संस्थान में बढ़ते कोरोना संक्रमित कर्मचारियों की संख्या देख कर निर्देश जारी किया विभाग के प्रमुख अपने विभाग की जिम्मेदारी ले कर अपने कर्मचारियों के हर स्तर पर मदद करें । स्थिति के अनुसार भर्ती कराने के व्यवस्था करें । ऐसा कुछ ही विभाग के प्रमुख कर रहे है। नर्सिग एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला और कर्मचारी महासंघ के महामंत्री धर्मेश कुमार कहते है कि सभी संकाय सदस्य केवल अपने विभाग के कर्मचारियों की जिम्मेदारी लें ले तो किसी कर्मचारी को कोई परेशानी नहीं होगी। इसी तरह न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. संजय बिहारी जिनके परिवार के लोग संक्रमित है लेकिन वह किसी भी कर्मचारी के परेशानी लगातार फोन से संपर्क बनाए हुए है। इस समय संस्थान में सात से अधिक कर्मचारी, अधिकारी , संकाय सदस्य, रेजीडेंट डाक्टर संक्रमित है। भर्ती होने के लिए कर्मचारी परेशान हो रहा है। कई मामले में कर्मचारी नेता दिन भर हेल्थ केयर कमेटी को फोन करते है । कई बार रिस्पांस नहीं मिलता है। भर्ती न होने के कारण कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है।
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