पीजीआइ का 36 वां स्थापना दिवस गिनायी उपलब्धियां और बतायी जरूरत
एक साल में एपेक्स ट्रामा सेंटर के 210 बेड होंगे क्रियाशील
बेड और सर्जरी के लिए वेटिंग की परेशानी दूर करने की होगी कोशिश
जागरण संवाददाता। लखनऊ
संजय गांधी पीजीआइ के 36 वें स्थापना दिवस ( 14 दिसंबर) के मौके पर संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और एपेक्स ट्रामा सेंटर के प्रभारी प्रो. अमित अग्रवाल ने वादा किया एक साल के अंदर पर ट्रामा सेंटर में 210 बेड को क्रिया शील करेंगे। इसके लिए वह मानव संसाधान, संकाय सदस्य सहित अन्य संसाधन जुटाने के लिए हर स्चर पर कोशिश कर रहे हैं। सेंटर में फिल हाल 66 बेड क्रिया शील है जिसके जरिए 579 मरीजों में जटिल सर्जरी की गयी जिसे तमाम विशेषज्ञता शामिल है। इसके आलावा 2905 मरीजों को देखा गया साथ ही 7705 मरीज फालोअप पर है। इस मौके पर तमाम उपब्धियों और जरूरतों के बारे में बताते हुए कहा कि इमरजेंसी में बेड और सर्जरी के साथ ही विभागों में बेड की किल्लत लगातार बनी हुई है क्यों कि हमारे संस्थान की विश्वसनीयता के कारण सुपरस्पेशिएल्टी में लंबी कतार है। तत्कालीन निदेशक प्रो. राकेश कपूर के प्लानिंग के कारण हम लोग आगे वाले चुनौतियों की तैयारी कर काम किए जिसका फायदा प्रदेश के मरीजों को मिलेगा।
- रोबोटिक सर्जरी प्रदेश में पहली बार शुरू जिसके जरिए 55 से अधिक यूरोलाजी और सीवीटीएस सर्जरी हुई
- इमरजेंसी मेडिसिन की स्थापना पर तेजी काम हो रहा है
- रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर शुरू करने के लिए काम चल रहा है
- इंडोस्कोपी लैब का विस्तार
- - पोस्ट आफ आईसीयू में 10 बेड का विस्तार
- सीवीटीएल आईसीयू में 6 बेड का विस्तार
- तीन नई ओटी
- नया न्यूरो लैब
- ओपीडी एचआरएफ का काउंटर का विस्तार
- कोर लैब में नई सुविधाएं आईआरएफ से मिले पाच करोड़ से
- संस्थान की रैंकिंग देश में तीसरा
- शोध पत्र की गुणवत्ता और संख्या में विस्तार पर संकाय सदस्य 1.22 शोध पत्र
- स्किल डिवलेपमेंट के लिए बायोमेडिकल स्टार्ट अप शुरू की योजना पर भारत सरकार के सहयोग से काम
- नयी अपीडी में 134 बेड का विस्तार जिससे रेडियोलाजी, न्यूक्लियर मेडसिन रेडियोथिरेपी, पैलेटिव केयर सहित अन्य विभागों के मरीजों भर्ती करने की सुविधा
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