रविवार, 15 दिसंबर 2019

पीजीआइ का 36 वां स्थापना दिवस -फोर्टीफाइड फोलेट फूड कम करेगा न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट



पीजीआइ का 36 वां स्थापना दिवस समारोह


फोर्टीफाइड फोलेट फूड कम करेगा न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट
पीएचसी और जिला अस्पताल को करना होगा मजबूत

हर मां चाहती है उसका संतान स्वस्थ्य और सुंदर पैदा हो लेकिन देश में एक हजार जंम लेना बच्चो में से 1.3 में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट(रीढ़ की हड्डी में फोड़ा) , स्पाइना बाई फीडा की परेशानी के साथ पैदा होते है। मां यदि फोलिक एसिड का सेवन गर्भधारण करने से पहले शुरू कर दे तो इस परेशानी की आशंका को काफी हद तक कम किया जा सकता है। संजय गांधी पीजीआइ के 36 वें स्थापना दिवस सामोरह के मुख्य वक्ता भारतीय चिकित्सा अनुसंदान परिषद के पूर्व महानिदेशक पद्म श्री डा. एनके गांगुली ने कहा कि रोज मर्रा के जीवन में फोलेट को शामिल करने के लिए फोलेट युक्त फोर्टीफाइड फूड बनाने की जरूरत है। इससे न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, जंमजात बहरे पन की आशंका काफी कम हो सकती है। इसके साथ ही एनीमिया की परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी। हम लोग अभी भी एनीमिया में कमी नहीं ला पा रहे हैं। कहा कि टर्सरी केयर हेल्थ केयर का बोन है इसके साथ सेकेंड्री और पब्लिक हेल्थ सिस्टम पर काफी काम करने की जरूरत है। इस मौके पर निदेशक प्रो.एके त्रिपाठी ने संस्थान की प्रगति के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किया। डीन प्रो.एसके मिश्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव पर रखा। इस मौके पर पूर्व निदेशक प्रो.राकेश कपूर, संस्थान की स्त्री रोग विशेषज्ञा डा.दीपा कपूर, प्रो.एसके अग्रवाल सहित कई विशेषज्ञ मौजूद रहे।
बाक्स
पीजीआइ की इन विभागों ने स्थापित किया रोल माडल
डा. गांगुली ने कहा कि संस्थान के न्यूरो साइंस, क्लीनिकल इम्यूनोलाजी एंड रूमैटोलाजी, न्यूक्लियर मेडिसिन, सीवीटीएस और गैस्ट्रोइंट्रोलाजी विभाग  देश के रोल माडल है। इन विभागों ने देश में इलाज और विशेज्ञ तैयार करने में अहम भूमिका निभायी है।
बाक्स
80 करोड़ लोग के पास नहीं है इलाज की सुविधा
डा. गांगुली ने कहा कि 33 करोड़ कही भी इलाज करा सकते है चाहे वह विदेश में ही क्यो न कराना पडे । 20 करोड़ लोग इलाज के लिए थोड़ा बजत करते है हेल्थ इंश्योरेंस आदि के सहारे रहते है जबकि 80 करोड़ लोगों के पास इलाज के लिए कोई कुछ नहीं है वह पूरी तरह सरकार के सिस्टम पर निर्भर है इन लोगों के लिए आयुष्मान जैसी योजना कारगर साबित हो सकती है।
बाक्स
इनको मिला सम्मान
इस मौके पर    बेस्ट डीएम स्टुडेंट एवार्ड सीसीएम के डा. बीके भास्कर ने क्रिटिकल केयर में विशेष शोध किया है।  बेस्ट एमसीएच स्टुडेट यूरोलाजी के डा. नवीन कुमार इन्होने कैंसर युक्त ब्लैडर को निकाल कर आंत से मूत्राशय बनाने के साथ ही 6  शोध किया है। बेस्ट टेक्नोलाजिस्ट आवार्ड हिमैटोलाजी विभाग के मनोज कुमार सिंह और माइक्रोबायलोजी विभाग से शत्र्तुघन सिंह को दिया जाएगा। इसके साथ ही नेफ्रोलाजी विभाग की रोसीलिना और इंडोक्राइन विभाग के मुं यूसुफ खान बेस्ट नर्स को दिया जाएगा।
बाक्स
मनोज सिंह हिमौटोलाजी विभाग में बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए 2005 से लगातार काम कर रहे है। यह एफेरसिस तकनीक के लिए बौन मैरो से स्टेम सेल को अलग करते है साथ इसको क्रोयो फ्रीज कर आगे के लिए सुरक्षित रखते है। इसी स्टेम सेल को ब्लड कैंसर के मरीजों में प्रत्यारोपित किया जाता है। बताया कि स्टेम सेल को जनाने के लिए सीडी 34 जांच कर सेल को परखा जाता है।
  बाक्स
समारोह के समय लो लेकर आक्रोश
कर्मचारी महासंघ के महामंत्री धर्मेश कुमार, अध्यक्ष जितेंद्र यादव समारोह के समय को आक्रोश जाहिर किया। समारोह 5.45 शाम से करने के कारण तमाम कर्मचारी और उनके परिवार के लोग भाग नहीं ले पाए। शनिवार को तो एक बजे छुट्टी हो जाती है ऐसे में देर शाम से समारोह शुरू के पीछे साजिश करार दिया। धर्मेश कुमार ने निदेशक और डीन  को पत्र लिख कर कहा है कि आगे से ऐसे समारोह दो से शाम 5 बजे के बीच संपन्न कराएं जाएं।  समारोह में संस्थान के कर्मचारी और छात्र कल्चरल प्रोग्राम देते है देर रात होने के कारण बाहर रहने वाले तमाम लोग  शामिल नहीं हो पाते है।

बाक्स
संस्थान की वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी मोनालिसा चौधरी की पुस्तक चिकित्सा क्षेत्र में जन संपर्क का विमोचन डा.एनके गांगुली ने किया। यह पुस्तक हिंगी में लिखी गयी जिससे पत्रकारिता के छात्रों को नई जानकारी मिलेगी   

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें