पीजीआई में चार साल बाद फिर शुरू हुआ लिवर ट्रांसप्लांट
- नौ साल के बच्चे के लिवर ट्रांसप्लांट की तैयारी में जुटे डॉक्टर
- बहराइच की महिला अपने बेटे को दे रही है लिवर लोब
पीजीआई में चार साल बाद फिर से लिवर ट्रांसप्लांट शुरू किया जा रहा है।
गुरुवार को बहराइच के नौ साल के सुहैल का लिवर ट्रांसप्लांट करने की दिन
भर कवायद चलती रही। देर रात में उसे लिवर ट्रांसप्लांट के लिए यूनिट में
ले जाया गया। अस्पताल के आला अफसरों ने बताया कि दर्जन भर से अधिक
डॉक्टरों की टीम रात भर लिवर ट्रांसप्लांट को सफल बनाने में जुटी रहेगी।
ट्रांसप्लांट शुरू होने से पीजीआई के अफसरों, डॉक्टरों में खासा उत्साह
है। साथ ही मरीजों को भी ट्रांसप्लांट की उम्मीद की आस जग गई है।
नौ साल के बच्चे को किया भर्ती
पीजीआई गेस्ट्रो सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. राजन सक्सेना की देखरेख में
बहराइच के सुहैल को लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट में भर्ती रखा गया है।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो सुहैल को उसकी मां से लिवर लोब लेकर
ट्रांसप्लांट किया जाना तय है। गुरुवार देर रात में गेस्ट्रो सर्जरी और
लिवर ट्रांसप्लांट से जुड़े वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम यूनिट में सुहैल को
ले गई। उसके बाद से डॉक्टरों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। माना जा रहा
है कि सुहैल का गुरुवार रात को ही लिवर ट्रांसप्लांट हो जाएगा।
चार साल पहले हुआ था ट्रांसप्लांट
पीजीआई में लंबे समय से बंद चल रहे लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट में वर्ष
2015 में ट्रांसप्लांट शुरू किया गया था। इसके लिए गुड़गांव से लिवर
ट्रांसप्लांट के विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक यादव को लाया गया था। तब डॉ. राजन
सक्सेना की ही टीम में डॉ. अभिषेक, डॉ. सुप्रिया शर्मा समेत अन्य
डॉक्टरों ने दो मरीजों का लिवर ट्रांसप्लांट भी किया था। पर, डॉ. अभिषेक
के अचानक से संस्थान छोड़ने पर एक बार फिर से लिवर ट्रांसप्लांट को झटका
लग गया था।
वर्जन
पीजीआई में लिवर ट्रांसप्लांट की यूनिट बिल्कुल तैयार है। सभी डॉक्टर
जल्द ही एक बच्चे का लिवर ट्रांसप्लांट करने वाले हैं। काफी उम्मीद के
साथ डॉक्टरों की टीम इसे सफल बनाने में जुटी है।
डॉ. राकेश कपूर, निदेशक, पीजीआई
- नौ साल के बच्चे के लिवर ट्रांसप्लांट की तैयारी में जुटे डॉक्टर
- बहराइच की महिला अपने बेटे को दे रही है लिवर लोब
पीजीआई में चार साल बाद फिर से लिवर ट्रांसप्लांट शुरू किया जा रहा है।
गुरुवार को बहराइच के नौ साल के सुहैल का लिवर ट्रांसप्लांट करने की दिन
भर कवायद चलती रही। देर रात में उसे लिवर ट्रांसप्लांट के लिए यूनिट में
ले जाया गया। अस्पताल के आला अफसरों ने बताया कि दर्जन भर से अधिक
डॉक्टरों की टीम रात भर लिवर ट्रांसप्लांट को सफल बनाने में जुटी रहेगी।
ट्रांसप्लांट शुरू होने से पीजीआई के अफसरों, डॉक्टरों में खासा उत्साह
है। साथ ही मरीजों को भी ट्रांसप्लांट की उम्मीद की आस जग गई है।
नौ साल के बच्चे को किया भर्ती
पीजीआई गेस्ट्रो सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. राजन सक्सेना की देखरेख में
बहराइच के सुहैल को लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट में भर्ती रखा गया है।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो सुहैल को उसकी मां से लिवर लोब लेकर
ट्रांसप्लांट किया जाना तय है। गुरुवार देर रात में गेस्ट्रो सर्जरी और
लिवर ट्रांसप्लांट से जुड़े वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम यूनिट में सुहैल को
ले गई। उसके बाद से डॉक्टरों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। माना जा रहा
है कि सुहैल का गुरुवार रात को ही लिवर ट्रांसप्लांट हो जाएगा।
चार साल पहले हुआ था ट्रांसप्लांट
पीजीआई में लंबे समय से बंद चल रहे लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट में वर्ष
2015 में ट्रांसप्लांट शुरू किया गया था। इसके लिए गुड़गांव से लिवर
ट्रांसप्लांट के विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक यादव को लाया गया था। तब डॉ. राजन
सक्सेना की ही टीम में डॉ. अभिषेक, डॉ. सुप्रिया शर्मा समेत अन्य
डॉक्टरों ने दो मरीजों का लिवर ट्रांसप्लांट भी किया था। पर, डॉ. अभिषेक
के अचानक से संस्थान छोड़ने पर एक बार फिर से लिवर ट्रांसप्लांट को झटका
लग गया था।
वर्जन
पीजीआई में लिवर ट्रांसप्लांट की यूनिट बिल्कुल तैयार है। सभी डॉक्टर
जल्द ही एक बच्चे का लिवर ट्रांसप्लांट करने वाले हैं। काफी उम्मीद के
साथ डॉक्टरों की टीम इसे सफल बनाने में जुटी है।
डॉ. राकेश कपूर, निदेशक, पीजीआई
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