मंगलवार, 8 जनवरी 2019

........पीजीआइ फुल-- गंभीर मरीज को सीधे न लेकर आएं पीजीआइ

...........पीजीआइ फुल
गंभीर मरीज को सीधे न लेकर आएं पीजीआइ-निदेशक
केस समरी लेकर पहले डाक्टर लें सलाह आईसीयू में 150 वेंटिंग
जागरण संवाददाता। लखनऊ 

संजय गांधी पीजीआइ संस्थान प्रशासन ने साफ कहा कि गंभीर मरीज को सीधे लेकर न आएं। देखा गया है कि गंभीर मरीज जिन्हे वेंटीलेटर, आईसीयू की जरूरत होती है सीधे लेकर संस्थान में चले आते है यहां पर पहले बेड फुल होने के कारण मरीजों को भर्ती नहीं कर पाते हैं। ऐसे में मरीज को परिजनों को निराशा हाथ लगती है और मरीज के जान को खतरा हो सकता है। निदेशक प्रो. राकेश कपूर और मुख्य चिकित्सा अधीक्षख प्रो. अमित अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता कर  प्रदेश भर लोगों से अपील किया कि पहले मरीज की केस समरी लेकर यहां संपर्क करें जैसा विशेषज्ञ सलाह दें उस पर अमल करें। यह जरूरी नहीं है कि मरीज यही लाने से सुधार हो सकता है हम लोग दवा दूसरे सलाह भी देंगे जिससे मरीज  जहां भर्ती वहां पर भी आराम मिल सकता है। प्रो. कपूर ने बताया कि हमारे यहां आईसीयू के लिए 150 से अधिक वेंटिग है। इमरजेंसी में तीस बेड है जो हमेशा फुल रहते हैं। देखा गया है कि गंभीर लेकर लोग इमरजेंसी के बाहर घंटे पडे रहते है ऐसे में मरीज के तीमारदार जान -बूझ कर जान खतरें में डालते हैं। संस्थान प्रशासन ने लिखित अपील भी जारी किया है जिसमें यह कहा गया है कि गंभीर मरीज सीधे लेकर न आएं लेकिन लोग अभी भी सीधे लेकर चले आ रहे हैं। खास तौर पर जिले के अस्पताल और निजि नर्सिग होम बिना स्थित जाने मरीज को रिफर कर देते हैं। 

वेटिंग
इमरजेंसी- 30 -फुल
आईसीयू( सीसीएम) - 18 - 150 वेंटिंग
गैस्ट्रो मेडिसिन- 76  -फुल
न्यूरो मेडिसिन-76 - फुल
नूरो सर्जरी-76- फुल
नेफ्रोलाजी- 76 -फुल
गैस्ट्रो सर्जरी- 76 -फुल
 

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