मंगलवार, 15 जनवरी 2019

अब कनाडा सुधारेगा नवजातों की सेहत-बनेगा नियोनेटल एडवांस सिमुलेशन ट्रेनिंग रिसर्च सेंटर

अब कनाडा सुधारेगा नवजातों की सेहत


पीजीआइ  कनाडा के साथ मिल कर नवजात बच्चों के एक्सीलेंस केयर के लिए बनाएगा ट्रेनिंग सेंटर

कनाडा के सहयोग से खुलेगा  नियोनेटल एडवांस सिमुलेशन ट्रेनिंग रिसर्च सेंटर   

जागरण संवाददाता। लखनऊ

संजय गांधी पीजीआइ का नियोनेटल विभाग कनाडा के टोरेंटो स्थित मेडिकल संस्थान के साथ नवजात बच्चों के एक्सीलेंस केयर के लिए ट्रेनिंग सेंटर तैयार करेगा। इस सेंटर प्रदेश के नवजात बच्चों से जुडी बीमारी के इलाज के लिए अति विशिष्ट प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे नवजात बच्चों के मृत्यु दर में कमी आने की उम्मीद है। नियोनेटल विभाग के प्रमुख प्रो. गिरीश गुप्ता, कनाडा के माउंट सिनी हास्पिटल के डा. सूकी ली और विश्व स्वास्थ्य संगठन के डा. राजीव बहल ने बताया कि नवजात बच्चों के केयर में अभी बहुत सुधार की जरूरत है जिसे पूरा करने के लिए डाक्टर के साथ ही नर्सेज को प्रशिक्षण की जरूरत है। कनाडा इसके लिए अपने विशेषज्ञ पीजीआई भेजेगा। ट्रेनिंग के साथ ही रिसर्च पर जोर दिया जाएगा जिससे भारतीय स्थिति के अनुसार गाइड लाइन बनायी जा सकेगी। बताया कि नियोनेटल एडवांस सिमुलेशन ट्रेनिंग रिसर्च सेंटर बनाया जाएगा। 


न्यू बार्न केयर में सुधार की जरूरत
विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदेश में 174 न्यू बार्न केयर सेंटर है लेकिन यहां पर इलाज की गुणवत्ता में काफी सुधार की जरूरत है। इंफेक्शन कंट्रोल, रिसपाइरेटरी सपोर्ट सहित कई कमियां है। यह केवल एक डाक्टर से संभव नहीं है वहां पर नर्सेज को सी पैप के लिए चलाने के लिए काफी ट्रेनिंग की जरूरत है। इसमें लगातार ऐसे केयर देना जिसमें फेफड़े और दिमाग को क्षति न हो जिसकी अधिक आशंका रहती है। प्रदेश में एक हजार में से 37 नवाज की मौत हो जाती है जिसको कम करने की जरूरत है।    


नवजात में होती है तीन बडी परेशानी
-30 फीसदी में नवजातो में इंफेक्शन होता है जिसके कारण निमोनिया, सेप्टीसीमिया, बेहोशी सहित कई परेशानी होती है। 
- 30 फीसदी नवजात जो 39 सप्ताह से पहले जंम लेते है उनमें सांस लेने में परेशानी के साथ, आंत, दिमाग कम विकसित होने की परेशानी होती है
- 15 से 20 फीसदी बच्चों में बर्थ एफेक्सिया जिसमें जंम के समय तुरंत आक्सीजन की पूर्ति न होने के कारण कई परेशानी होती है।  

एडवांस ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर खुलने से प्रदेश के नवजात विशेषज्ञों को अच्छी ट्रेनिंग मिलेगी । इससे प्रदेश के नवजातों को अच्छा इलाज मिलेगा । सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है......प्रो.राकेश कपूर निदेशक एसपीजीआइ लखनऊ 

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