शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018

तीन महीने में शुरू हो जाएगा मेंदाता----पीएचसी पर इलाज ठीक हो तो 50 फीसदी को नही आना पडेगा बडे अस्पताल


पीएचसी पर इलाज ठीक हो तो 50 फीसदी को नही आना पडेगा बडे अस्पताल


सबको इलाज के लिए निजि और सरकारी को मिल कर करना होगा काम
समझे मरीजों का दर्द
जागरण संवाददाता। लखनऊ
पीएचसी, सीएचसी पर इलाज की व्यवस्था ठीक हो जाए तो पीजीआइ और मेदांता जैसे अस्पताल तक 50 फीसदी मरीजों को आने की जरूरत ही नहीं पडेगी। प्राइमरी केयर को सरकार को ठीक करना होगा। सेकेंड्री यानि जिला अस्पताल की स्थित भी बहुत अच्छी है इसमें सुधार के लिए पीपीपी माडल पर काम करना होगा इससे टर्सरी केयर अस्पताल ( पीजीआइ) में भीड़ कम होगी साथ ही इस तरह के अस्पताल की जरूरत भी होगी। यह बात मेंदांता चिकित्सा एंड रिसर्च सेंटर के अध्यक्ष डा. नरेश त्रेहन ने संजय गांधी पीजीआइ के 35 वें स्थापना दिवस समारोह पर कही। कहा कि 61.8 फीसदी लोग डायबटीज, हार्ट डिजीजी जैसी नान कम्युनिकेबिल डिजीज,  27.5 फीसदी लोग  संक्रामक रोग और 10.7 फीसदी लोग इंजरी के कारण बीमार होते है। इन सबको सही समय पर इलाज उपबल्ध काराने के लिए डाक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ सहित संसाधन की कमी है जिसे पूरा करने के लिए सरकार को काफी समय लगेगा इस लिए निजि और सरकारी क्षेत्र को मिल कर काम करना होगा। कहा कि जो डाक्टर मरीज का दर्द समझेगा वहीं मरीज को अपनी क्षमता सौ फीसदी दे पाएगा। प्रो. निदेशक कपूर ने संस्थान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नए विभाग स्थापित कर रहे हैं। डीन प्रो.एसके मिश्रा ने आभारा प्रकट किया।   

अमेरिका जहां ले जरूरत वहीं खुलता है अस्पताल
अमेरिका में जिस शहर या जगह पर पहले से अस्पताल वहां दूसरा अस्पताल खोलने की अनुमति नहीं देता है। इसी तरह कोई भी उपकरण खरीदना है तो कितनी उसकी उपयोगिता है पहले यह बतानी होती है तभी अनुमति मिलती है। इससे इलाज के सेंटर पूरे देश में फैले है इसी तरह की पालसी देखने की जरूरत है।

तीन महीने में शुरू हो जाएगा मेंदाता
डा. नरेश त्रेङन ने बताया कि तीन महीने में मेंदांता अस्पताल काम करना शुरू कर देगा। इसमें एक हाजर बेड के साथ 23 विशेषज्ञता का इलाज उपलब्ध होगा। लखनऊ के बाद वाराणसी , गोरखपुर, इलाहाबाद में मेंदाता अस्पताल खोलने की योजना पर काम हो रहा है। एक बेड पर एक करोड़ का खर्च आता है। लखनऊ में 12 सौ करोड़ रूपया लगा कर अस्पताल स्थापित किया गया है।
प्रदेश में जल्दी आ रहा है मेडिकल इनवेंस्टमेंट पालीसी
मुख्य सचिव एवं संस्थान के अध्यक्ष डा. अनूप चंद्र पाण्डेय ने कहा कि कारपोरेट अस्पताल स्थापित करने के लिए सरकार जल्दी मेडिकल इनवेंस्टमेंट पालसी ला रही है जिससे चिकित्सा के क्षेत्र में निजि अस्पतालों की संख्या बढेगी। कहा कि केवल अच्छे भवन और मशीन कोई अच्छा संस्थान नहीं बनता है वहां पर काम करने वाले लोगों के मेहनत और तपस्य़ा से अच्छा संस्थान बनता है जिसे पीजीआई के लोगों ने साबित किया है।

यह हुए सम्मानित
-    बेस्ट डीएम स्टूडेंट- डा. सुब्रत क्लीनिकल इण्यूनोलाजी
-    बेस्ट एमसीएच स्टूडेंट- डा. राहुल जीना यूरोलाजी
-    बेस्ट एमडी स्टूडेंट- डा. पुष्प किरन कौर एनेस्थेसिया
-    बेस्ट टेक्नोलाजिस्ट- राजीव सक्सेना एनेस्थेसिया
-    बेस्ट टेक्नोलाजिस्ट- दिनेश कुमार नेफ्रोलाजी
-    बेस्ट नर्स- अमरून निशा पल्मोनरी
-    बेस्ट नर्स- महेंद्र चंद्र गुप्ता  पिडियाट्रिक गैस्ट्रो मेडिसिन  

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