मंगलवार, 25 दिसंबर 2018

पीजीआई ने खोजा स्टेरायड की कार्य क्षमता बढाने का नुस्खा - डायबटीज की दवा स्टेरायड के साथ आटो इम्यून डिजीज में कारगर

पीजीआई ने खोजा स्टेरायड की कार्य क्षमता बढाने का नुस्खा


डायबटीज की दवा स्टेरायड के साथ आटो इम्यून डिजीज में कारगर
कंबीनेशन में स्टेरायड देने से नहीं बढाना पडेगा डोज
शोध के आइराकान -2018 में बेस्ट पेपर एवार्ड
कुमार संजय। लखनऊ

स्टेरायड के कुभाव को कम करने के साथ ही इसकी दक्षता को बढाने का नुस्खा संजय गांधी पीजीआई के क्लीनिकल इम्यूनोलाजी विभाग के विभागों ने खोज लिया है। प्रयोगशाला में आटो इम्यून डिजीज से ग्रस्त मरीज के खून से  मोनो साइट न्यूक्लियर सेल अलग कर नए नुस्खे का प्रभाव देखा तो स्टेरायड के साथ डायबटीज में दी जाने वाली दवा मेटाफारिमन देने पर सेल से पी ग्लाइको प्रोटीन का स्तर कम हुअा । इंफलामेट्री साइटोकाइन का स्तर भी कम हुअा । इससे साबित हुआ कि कंबीनेशन में स्टेरायड देने से स्टेरायड की कार्य क्षमता बढ जाती है। बीमारी पर नियंत्रण के लिए स्टेरायड का डोज नहीं बढाना पडेगा। इस तरह का यह उत्तर भारत का पहला शोध है।  इस शोध को हाल में असम में आायोजित इडियन एसोसिएशन अाफ रूमैटोलाजी ( आइराकान-2018) में बेस्ट पेपर एवार्ड मिला। शोध दल के प्रमुख प्रो.विकास अग्रवाल, डा. संदीप और डा. मोहित राय ने बताया कि आटो इम्यून डिजीज में इलाज और बीमारी के नियंत्रण के लिए स्टेरायड दिया जाता है। कई बाद दवा से रिस्पांस न मिलने पर दवा का डो़ज बढाते जाते है। स्टेरायड की मात्र अदिक देने पर उससे कुप्रभाव पड़ता है जिसमें डायबटीज, उच्च रक्त चाप, मोतिया बिंद, शरीर का भार बढने सहित कई परेशानी होती है। स्टेरायज का डोज न बढाना पडे इसके लिए हम ने  का शोध प्लान किया । हम लोगों ने लैब में मरीजों का खास लेकर नए कंबीनेशन का शोध किया। प्रो. विकास ने बताया कि शुरूअाती शोध काफी उत्साहजनक साहित हुअा है।  लैब में पुष्टि के बाद अब कुछ मरीजों पर इस कंबीनेशन का प्रभाव देखेंगे जा रहे हैं। 

क्या आटो इम्यून डिजीज
शरीर को बीमारी से बचाने के लिए शरीर में एंटीबाडी बनती है जो दुश्मन को पहचान कर उसे नष्ट करती है। कई लोगों में एंटीबाडी शरीर के अंगों को ही दुश्मन मान कर उसके खिलाफ कम करने लगती है जिससे वह अंग खराब होने लगता है। इस बीमारी में एसएलई( ल्यूपस) पाली मायोसाइिटस, वेस्कुलाइिटस, मल्टी कनेक्टिव टिशू डिजीज, रूमटायड अर्थराइिटस सहित पचास से अदिक बीमारियां है। इनमें से कई बीमारी में स्टेरायड दिया जाता है।  तीन से पांच फीसदी लोग किसी न किसी आटो इम्यून डिजीज के गिरफ्त में आते हैं।  

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