शनिवार, 18 नवंबर 2023

छवि मित्तल और महिमा चौधरी ने ब्रेस्ट री कंस्ट्रक्शन के लिए किया जागरूक

 





ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी के बाद हाथ में नहीं रहेगा सूजन


 


एसजीपीजीआई के प्लास्टिक सर्जन प्रो अंकुर भटनागर ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में होने वाली सर्जरी के दौरान कांख से लिम्फनोड निकाल दिए जाते है जिससे 20 फीसदी महिलाओं में हाथ में सूजन की परेशानी होती है। हाथ काम नहीं कर पाता है। इस परेशानी के इलाज के लिए लिम्फोवीनस एनेस्टोमोसिस करते है। इस तकनीक में हाथ में बचे लिम्फैटिक वेन को खोज कर वेन से जोड़ देते है जिससे लिम्फ द्रव रक्त प्रवाह में चला जाता है। लिम्फैटिक वेन खोजने के लिए आईसीजी डाई इंजेक्ट कर आईसीजी स्कैनर से देखते है । हाई रेज्युलेशन माइक्रोस्कोप से देखते हुए लिम्फैटिक वेन को मुख्य रक्त वाहिका ( वेन ) से जोड़ देते है।


भारत में दो फीसदी ब्रेस्ट री कंस्ट्रक्शन


 ब्रेस्ट री-कंस्ट्रक्शन एंड एस्थेटिक सर्जरी एसोसिएशन के अध्यक्ष  एवं जयपुर मेडिकल कालेज के   प्रो. प्रदीप गोयल एवं संरक्षक एवं लंदन के प्रो. भगवत माथुर ने कहा कि भारत में दो फीसदी  महिलाएं ब्रेस्ट री कांस्ट्रेक्शन कराती है। इसमें खर्च 50 हजार के आस-पास सरकारी अस्पताल में आता है।  उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि कैंसर के इलाज के हर स्तर पर सरकार मदद के लिए तैयार है। कैंसर संस्थान में काफी काम हो रहा है।    




 छवि मित्तल और महिमा चौधरी ने ब्रेस्ट री कंस्ट्रक्शन के लिए किया जागरूक


 


स्तन कैंसर के इलाज के लिए कई बार स्तन निकाला जाता है। इससे महिलाओं के आत्मविश्वास में कमी आती है। सामाजिक और मानसिक परेशानी की शिकार होती है। ऐसे में महिलाओं को दोबारा स्तन बनवाने के लिए आगे आना चाहिए। फिल्म अभिनेत्री महिमा चौधरी और छवि मित्तल शनिवार को संजय गांधी पीजीआई में आयोजित इंटरनेशनल ब्रेस्ट री-कंस्ट्रक्शन एंड एस्थेटिक सर्जरी ( ब्रास कान 2023)में बताया कि पांच साल पहले मुझे स्तन कैंसर हुआ।   मैं काफी परेशान थी।  मेरे दो छोटे बच्चे उनके भविष्य को लेकर चिंतित थी ।  कैंसर भी ठीक हुआ । इस दौरान पूरा स्तन निकाल दिया गया। हमने ब्रेस्ट री कंस्ट्रक्शन सर्जरी करायी।  पूरी तरह सामान्य महिला की तरह जिंदगी जी रही हूं। आठ में एक औरत को कैंसर हो चुका है या होगा। ब्रेस्ट कैंसर का इलाज है ।  शुरुआत में इलाज हो ठीक रहता है। कैंसर ठीक हो गया तो सोचते है कि कैंसर ठीक तो हो गया लेकिन री कंस्ट्रक्शन पर ध्यान नहीं देते है। इससे ट्रामा और स्कार मिला वह दूर हो जाता है। घर के मर्द महिलाओं को प्रोत्साहित करें,  क्यों कि महिलाओं संकोची होती है वह चाहती है घर पर भार न बने। इस मामले में जागरूकता की काफी कमी है। पुरुष के सिर के बाल गिर जाते है तो वह लगवाते है हम लोग दोबारा स्तन क्यों नहीं बनवा सकते हैं। इससे मानसिक और सामाजिक ट्रामा दूर होता है। छवि मित्तल ने कहा कि कैंसर के बाद की लाइफ काफी हद तक री कंस्ट्रक्शन पर निर्भर करती है। मुझको भी चार साल पहले स्तन कैंसर हुआ था जिसके इलाज के बाद दोबारा स्तन का री कंस्ट्रक्शन कराया।

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