पीजीआई एडवांस एंडोस्कोपी बनेगा विश्वस्तरीय
एडवांस एंडोस्कोपी के जरिए पेट के शुरूआती दौर कैंसर का बिना सर्जरी होगा इलाज
पैंक्रिएटिक फ्लू़ड कलेक्शन में सर्जरी की जरूरत होगी कम
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में बढ़ेगे बेड
प्रो प्रवीर राय बने गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के हेड
शुरुआती दौर के खाने की नली , पेट के कैंसर का इलाज बिना सर्जरी संभव करने के लिए एडवांस एंडोस्कोपी को विश्वस्तरीय बनाने का लक्ष्य गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के नए प्रमुख प्रो. प्रवीर राय तय किया है। कार्यभार ग्रहण करने के बाद बताया कि तमाम परेशानियों का इलाज बिना सर्जरी संभव है । इसके लिए एंडोस्कोपी को एडवांस करने की जरूरत है। इस दिशा में काम करने के लिए संस्थान निदेशक प्रो.आरके धीमन ने सहमति देते हुए आवश्यक उपकरणों को उपलब्ध कराने को कहा है। शुरूआती दौर के कैंसर के आलावा पैक्रिएटाइटस की गंभीर स्थिति में पैक्रियाज के पास पानी भर जाता है जिसके कारण वह पेट के अंगों पर दबाव डालता है। पेट के जिस भाग में दबाव पड़ता है वह अंग सही तरीके से काम नहीं करता है। एडवांस एंडोस्कोपी तकनीक से इस द्रव के निकालना संभव होगा। द्रव को निकालने के लिए सर्जरी करनी पड़ती है। प्रो. प्रवीर राय ने बताया कि एक्यूट एवं क्रॉनिक पेनक्रिएटाइटिस( पैंक्रियाज में सूजन) के गंभीर मामलों में से 40 फीसदी से अधिक केस में पैंक्रिएटिक फ्लूड कलेक्शन की परेशानी होती है। इसकी वजह से बुखार, उल्टी सहित कई परेशानी होती है। कोशिश कर रहे है कि डे केयर के रूप में इस्तेमाल होने 15 बेड को 24 घंटे एक्टिवेट कर सामान्य बेड की तरह इस्तेमाल करें। इससे बेड संख्या बढ़ कर 75 हो जाएगी। इन बेड के बढ़ने से 15 और मरीजों को भर्ती करना संभव होगा। आगे और बेड बढाने की संभावना पर काम करेंगे । संसाधन बढ़ने के साथ यह संभव होगा। प्रो. प्रवीर राय ने प्रो. यूसी घोषाल की जगह कार्यभार ग्रहण किया है। प्रो. घोषाल ने संस्थान से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लिया है।
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