शुक्रवार, 15 सितंबर 2023

तीन अस्पताल ने ठुकराया लेकिन एपेक्स ट्रामा सेंटर कर दी जटिल सर्जरी

 



हाई रिस्क सर्जरी को दिया पीजीआई एपेक्स ट्रामा सेंटर ने दिया  अंजाम

 तीन अस्पताल ने किया निराश लेकिन एपेक्स ट्रामा सेंटर कर दी जटिल सर्जरी

चार परेशानी पहले से टूट गई कूल्हे की हड्डी कोई सर्जरी के लिए हो रहा था  तैयार

 

पहले चार बीमारी उस पर कूल्हे की हड्डी टूट गयी। हड्डी के इलाज के लिए तीन अस्पताल ने मना कर दिया । परेशानी बढ़ती गई बेड शोर के साथ चेस्ट का इंफेक्शन बढ़ गया लेकिन संजय गांधी पीजीआई के एपेक्स ट्रामा सेंटर के तमाम परेशानी को नियंत्रित कर कूल्हे की सर्जरी कर पैर पर खड़ा कर दिया। एपेक्स ट्रामा सेंटर के आर्थोपैडिक सर्जन प्रो. पुलक शर्मा के मुताबिक लखनऊ की रहने वाली  80 वर्षीय महिला विमला देवी की सीढ़ियों से उतरते समय कूल्हे की हड्डी टूट गई। घर वाले  नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया ।  फ्रैक्चर का प्राथमिक उपचार किया गया।अस्पताल में चिकित्सीय मूल्यांकन के दौरान पता चला कि उसे हृदय की गंभीर बीमारी ( सीवीयर एओर्टिक स्टेनोसिस) और इंटरस्टीशियल लंग डिजीज साथ में उसका बीपी और शुगर का स्तर भी अनियंत्रित था।बढ़ती उम्र और कई अन्य बीमारियों को देखते हुए उन्हें दूसरे निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। दूसरे प्राइवेट अस्पताल ने भी  ऑपरेशन न करने का फैसला किया और उसे नॉन-ऑपरेटिव इलाज की सलाह दी। एपेक्स ट्रामा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक एवं अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो.राजेश हर्ष वर्धन ने कहा कि यह बहुत ही चेलेजिंग सर्जरी थी क्योंकि कई तरह की परेशानी थी जिसे हम लोगों ने स्वीकार किया।  

  

इलाज न होने के कारण बेड सोर और चेस्ट इंफेक्शन  

इलाज न होने के कारण विमला देवी बिस्तर पड़ी रहती थी जिसके कारण  बेड सोर और छाती में संक्रमण हो गया। हृदय की गंभीर बीमारीबेडसोरअनियंत्रित बीपीअनियंत्रित मधुमेहछाती में संक्रमण था। तीन अन्य अस्पतालों ने उसका ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया कह दिया कि  सर्जरी के दौरान या उसके बाद  मृत्यु भी हो सकती है। परिवार वाले एपेक्स ट्रामा सेंटर ले आए ।

विशेष तकनीक से दिया एनेस्थीसिया सफल हुई सर्जरी

 

 11 सितंबर  को नर्व ब्लॉक और उन्नत तकनीक के माध्यम से एनेस्थीसिया देकर उनका ऑपरेशन किया गया। नवीनतम तकनीक का उपयोग करके उसके फ्रैक्चर को स्थिर और ठीक किया गया। इन दोनों तरीकों से सर्जरी का समय एक घंटे से भी कम करने में मदद मिली। ऑपरेशन के बाद  आईसीयू में रखा गया ।  24 घंटे के बाद वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। एपेक्स ट्रॉमा सेंटर एसजीपीजीआईविमला देवी के लिए वरदान साबित हुआ।

 

 

 

इस टीम ने की सर्जरी

ऑर्थोपेडिक सर्जन प्रो  पुलक शर्मा, एनेस्थीसिया विभाग प्रो.   वंश प्रिया , एनेस्थीसिया डा. रफत, आर्थोपैडिक रेजिडेंट डा. संजय 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें