गुरुवार, 18 मई 2023

प्रदेश के चार कोनों में बनेंगे ‘ऑर्गन डोनेशन रिट्राइवल सेंटर्स’ तैनात किए जाएंगे ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर

 


प्रदेश के चार कोनों में बनेंगे ऑर्गन डोनेशन रिट्राइवल सेंटर्स

तैनात किए जाएंगे ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर

पीजीआई में नेफ्रोलाजी एवं रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर के स्थापना दिवस पर  कैडेवर डोनेशन पर सीएमई 

 

 

संजय गांधी पीजीआई के नेफ्रोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांटेशन विभाग स्थापना दिवस पर कैडेवर डोनेशन पर आयोजित सीएमई में विभाग के प्रमुख प्रो. नरायन प्रसाद ने बताया कि ऑर्गन डोनेशन रिट्राइवल सेंटर्स(अंग दान पुनप्राप्ति केंद्र ) स्थापित किए जाएंजहां पर प्रशिक्षित ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर(प्रत्यारोपण समन्वयक) तैनात हो। ताकि आसपास के सभी अस्पतालों में अंग दान करने की इच्छा रखने वाले ब्रेन डेड मरीजों के परिवारीजनों की काउंसिलिंग की जा सके। ऐसा प्रस्ताव तैयार कर उत्तर प्रदेश सरकार को दिया जाएगा। सीएमई में तमिलनाडु के विशेषज्ञ डॉ. सुनील श्रॉफतेलंगाना की डॉ. स्वानलताकोलकाता की डॉ. अर्पिता और गुजरात के डॉ. विवेक कुटे प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमारप्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा,  एडीजीपी अनुपमा कुलश्रेष्ठएसजीपीजीआई निदेशक प्रो.आर के धीमन व केजीएमयू के प्रो.एस एन शंखवार मौजूद रहें। इसके अलावा प्रो. धर्मेंद्र भदौरियाप्रो. अनुपमा कौलप्रो. मानस रंजन पटेल एवं प्रो.रविशंकर, अपोलो के प्रो. अमित गुप्ता, मेदांता के प्रो. आरके शर्मा सहित अन्य लोगों ने विचार ऱखा।  

कार्याशाला आयोजन एवं नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो.प्रसाद ने बताया कि प्रत्यारोपण की संख्या बढ़ाने के लिए   जागरूकता के साथ ही प्रदेश को चार जोन(पूर्वांचलपश्चिमांचलअवध और बुंदेलखंड) में बांटना होगा। इन चार जोन में संसाधन युक्त सक्षम अस्पताल को चयनित कर उसे ऑर्गन डोनेशन रिट्राइवल सेंटर्स (अंग दान केन्द्र)के रूप में विकसित किया जाएगा। मरीज को ब्रेन डेड घोषित करने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम के साथ काउंसिलिंग के लिए अंग प्रत्यारोपण समन्वयक तैनात किए जाएंगे। ब्रेन डेड मरीज की सूचना मिलते ही ब्रेन डेड टीम के साथ ही को-ऑर्डिनेटर टीम पहुंच करमृतक के परिवारजनों से सहमति प्राप्त करअंग निकाल करअंग प्रत्यारोपण करने वाले सेंटर तक भेजना का कार्य करेगी। इस प्रकार प्रदेश में अंग प्रत्यारोपण की संख्या बढ़ने के साथ ही विभिन्न अंगों के जरूरतमंदों की सूची भी कम होगी।   निदेशक प्रो आरके धीमान पीजीआई चंडीगढ़ से लिवर  प्रत्यारोपण कार्यक्रम के बारे में बताया । राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) के निदेशक डॉ कृष्ण कुमार और चंडीगढ़ के क्षेत्रीय नोडल अधिकारी डॉ विपिन कौशल ने नीति दस्तावेज तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

 

संसाधन बढ़ने के साथ बढेगा कैडेवर डोनेशन

 

 

स्टेट ऑर्गन ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख प्रो. राजेश हर्ष वर्धन का कहना है कि गुजरात में 1350 बेड का ट्रांसप्लांट अस्पताल है। जिसकी वजह से लाइव किडनी प्रत्यारोपण कराने वालों की प्रतीक्षा सूची नहीं है। उत्तर प्रदेश में राज्य मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण कार्यक्रम 2020 में पीजीआई ने शुरू किया है। कार्यशाला में मिलने वाले सुझावों का एक प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तेलंगाना इसलिए आगे है क्योंकि वहां पर राष्ट्रीय ऑर्गन एवं टिश्यू डोनेशन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही राज्य मानव अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम शुरू हो चुका था।

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