सीखने की प्रक्रिया नर्सेज रखें जारी
नर्सेज चिकित्सा संस्थान की रीढ़
सीखने की प्रक्रिया को जीवन का हिस्सा बनाएं। चिकित्सा
विज्ञान में कुछ न कुछ नया होता रहता है जिसके बारे में नर्सेज
को जानकारी होनी चाहिए। नई तकनीक सीखने की ललक होने
से खुद में आत्मविश्वास बढ़ता है और मरीजों को फायदा होता
है।संजय गांधी पीजीआई में विश्व नर्सिंग दिवस के मौके पर
आयोजित समारोह में निदेशक प्रो आरके धीमान ने कहा कि
नर्सेज से मरीज का समाना होता जो लंबे समय तक रहता है।
नर्सेज का व्यवहार यदि मरीज के प्रति अच्छा है । बात करने का
तरीका अपनत्व भरा है तो मरीज को विश्वास हो जाता है कि हम
अच्छी जगह आ गए । अब हम जल्दी ठीक हो जाएंगे। नर्सेज
चिकित्सा एवं किसी भी अस्पताल की रीढ़ है। मुख्य चिकित्सा
अधीक्षक प्रो. संजय धीराज ने कहा कि नर्सेज इलाज में अहम
भूमिका निभाती है। मिलकर काम करना चाहिए। अस्पताल
प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. राजेश हर्षवर्धन ने कहा कि सभी
नर्सेज को मिल कर एक कोष बनाना चाहिए जिससे वह
बीएससी नर्सिग में टाप करने वाले छात्र को सम्मानित करें।
मुख्य नर्सिंग आफीसर लिज्माम कालिब सोलंकी ने कहा कि ड्रेस
पहने के बाद मनोबल बढ़ जाता है। इस ड्रेस का सम्मान बना रहे
इसके लिए हर नर्सेज को सजग रहना चाहिए। इस मौके पर
अंजलि राय और नीलिमा दीक्षित ने नृत्य प्रस्तुत किया। कर्मचारी संगठन की महामंत्री सावित्री सिंह,
कर्मचारी संघ के पूर्व महामंत्री धर्मेश कुमार, आउट नर्सेज की
नेता साधना, मलखान सहित तमाम लोगों ने अपनी बात रखी।
इस मौके पर हुई यह सम्मानित
- रचना मिश्रा न्यूरोसर्जरी
- - नीमा पंत कार्डियोलाजी
- एसपी राय नेफ्रोलाजी
- महेश चंद्र गुप्ता पिडियाट्रिक गैस्ट्रो
- नीलम श्रीवास्तव सीवीटीए,
- जैन जीजू न्यूरो सर्जरी
- रामनरेश यादव हिमैटोलाजी
- -रीतुजा सिंह न्यूरोलाजी
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