पीजीआई में अब कम होगी सर्जरी टलने की आशंका
जनवरी तक बढ़ जाएगा पोस्ट अपरेटिव यूनिट में 10 बेड
संजय गांधी पीजीआई में होने 10 से 15 फीसदी सर्जरी
पोस्ट आपरेटिव यूनिट में बेड न होने के कारण टल जाती है। इस दर को कम करने के लिए
संस्थान पोस्ट आपरेटिव यूनिट में दस बढाया जा रहा है। एनेस्थेसिया विशेषज्ञ
एवं पोस्ट आफ यूनिट के प्रभारी प्रो.एस पी अंबेश के मुताबिक सर्जरी के
बाद ओटी से मरीज को जीवन रक्षक उपकरणों से लैस पोस्ट आफ में मरीज को शिफ्ट किया
जाता है। पोस्ट आफ में बेड न होने पर कई बार मरीज ओटी में ही दो से तीन घंटे रहते
है जिसके कारण आगली प्लान सर्जरी टल जाती है। इस परेशानी को कम करने के लिए दस बेड
बढा रहे हैं। यह पुराने पोस्ट आफ से लगे हुए एरिया में बढाया जा रहा है। जनवरी
2019 के लास्ट तक यह बेड क्रियाशील हो जाएंगे। अभी हमारे पास 18 बेड है जिसमें से
आठ आईसीयू के बेड है। 10 बेड बढने के पोस्ट आफ के 4 बेड और आईसीयू के 6 बेड बढ़
जाएंगे। पोस्ट आफ आईसीयू में सर्जरी के बाद गंभीर मरीज को रखा जाता है।
शुरू हो गया पीएमएसवाई ब्लाक का पोस्ट आफ
प्रो.अंबेश ने बताया कि रेजीडेंट डाक्टर की कमी के
कारण दो महीने से पीएमएसवाई ब्लाक का पोस्ट आफ बंद था जिसे शुरू कर दिया गया है।
यहां पर पांच बेड जहां पर पिडियाट्रिक सर्जरी, प्लास्टिक
सर्जरी सहित अन्य विभाग के मरीज सर्जरी के बाद देख-रेख के लिए रखें जाते हैं।
पीजीआई फैकल्टी फोरम का चुनाव न होने से रोष
संजय गांधी पीजीआई फैकल्टी फोरम का चुनाव न होने से
संस्थान के संकाय सदस्यों में रोष है। सीएमएस प्रो.अमित अग्रवाल, प्रो.एसके
अग्रवाल, प्रो.एसपी अंबेश, प्रो.
आदित्य कपूर, प्रो. गौरंग मजूमदार सहित कई संकाय सदस्यों ने
कहा कि चुनाव के दो साल हो गए है । इस फोरम के पदाधिकारियों का कार्यकाल खत्म हो
चुका है एसे मे तुरंत चुनाव करा कर नई कार्यकारणी का गठ होना चाहिए। संकाय सदस्यों
ने कहा कि हम लोग इसके लिए फैकल्टी फोरम के पदाधिकारियों को मेल भी कर चुके हैं।
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