प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों
में डाक्टरों को रिटारमेंट के बाद पांच साल के लिए मिल सकती है तैनाती
हर विभाग में बन जाएगा दो पावर
सेंटर
पीजीआई फैकल्टी फोरम ने कहा हर
स्तर पर होगा विरोध
रिटारमेंट के बाद प्रदेश के
मेडिकल कालेजों में दी जाए तैनाती
संजय गांधी पीजीआई, मेडिकल कालेज सहित अन्य संस्थानों में संकाय सदस्यों को 65 के बाद पांच साल और मौका देने के लिए पुर्न नियुक्ति
देने का मनसौदा तैयार कर लिया गया। संस्थान के फैकल्टी फोरम का कहना है कि इसके
लिए एक कमेटी चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बनायी थी जिसने संस्थान के एक्ट के अनुसार
दो बारा तैनाती देने की बात कही है । फैकल्टी फोरम के सचिव पो.एमएस अंसारी और
अध्यक्ष प्रो अशोक कुमार ने कहा है कि संकाय सदस्यों
को रिटायरमेंट के बाद पांच साल के लिए दोबारा तैनाती दी जा रही है जो गलत है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। मिली जानकारी के मुतबाकि दो
बारा तैनाती पाने वाले डाक्टर सीधे निदेशक को रिपोर्ट करेंगे। इनका विभागध्यक्ष से कोई मतलब नहीं होगा एसे में विभाग में अफरा-तफऱी का माहौल
बन जाएगा। कब वह छुट्टी पर किसे ओपीडी भेजा जाए जैसे कई जानकारी न होने पर मरीजों
को परेशानी होगी। इससे विभाग में दो पावर सेंटर बन जाएगा इससे गुटबाजी को बढावा
मिलेगा।
जहां जरूरत है वहां पर दोबारा
दी जाए तैनाती
प्रो.अंसारी ने कहा कि विभाग के
प्रमुख जो होने वाले उनसे पूछा जाए कि उन्हें विभाग में डाक्टर की जरूरत है या
नहीं तब दो बारा तैनाती दी जाए । कई विभागों में इतने संकाय सदस्य है कि बैठने की
जगह तक नहीं है एेसे में उन विभागों में रिटायर होेने वाले संकाय सदस्य को दोबारा
तैनाती देना गलत है। बिना जरूरत के दोबारा तैनाती केवल संस्थान प्रशासन चहेतो को ओबलाइज किया जा रहा है।
दोबारा तैनाती पर इन्हें वेतन और पेंशन सहित कई सुविधाएं दी जा रही है ।
रिटायरमेंट के बाद इन्हें रखना ही है तो प्रदेश के
मेडिकल कालेजों में भेजा जाए वहां पर डाक्टरों की कमी है।
यह समिति में शामिल
संजय गांधी पीजीआई के अपर
निदेशक जयंत नारलीकर, मेडिकल विवि के
डा. सिदार्थ कुमार दास, चिकित्सा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय
डा.एन सी प्रजापति, मेडिकल विवि के डा. विनीत शर्मा, पीजीआई सीएमएस डा. अमित अग्रवाल, पीजीआई के
बायोस्टेटिक्स के डा. उत्तम सिंह , मेडिकल विवि के वित्त
अधिकारी मु.जमा की कमेटी बनी है जिसने एक्ट के अनुसार दो बारा तैनाती को हरी झंडी
दी है।
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