शुक्रवार, 1 जून 2018

गले की नाप से लगा सकते है मोटापे का पता

गले की नाप से लगा सकते है मोटापे का पता
पुरूषो के गले की नाप 37  और महिलाअों की नाप 34 सेमी से अधिक तो मोटापा   

एक हजार से अधिक लोगों पर शोध के बाद गले की नाप और बीएमआई के बीच स्थापित हुअा रिश्ता
  

अब अाप अपने मोटापे के खतरे का  पता गले की नाम से लगा सकते है। मोटापे का पता लगाने के लिए किसी फार्मूले या वेट मशीन की जरूरत नहीं है यह खास तौर पर उन इलाकों के लिए मुफीद है जहां पर वेट मशीन की सुविधा नहीं है। सामान्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता गले की नाप के अाधार पर मोटापे का पता लगा कर बचाव के उपाय बता सकते हैं। विशेषज्ञों ने बताया है कि गले की नाम जितनी अधिक है अाप उतने ही मोटापे के शिकार है। वैज्ञानिकों ने एक हजार से अधिक लोगों पर शोध के बाद के गले की नाम और मोटापे का पैमाना बीएमाई(बाडी मास इंडेक्स) के बीच रिश्ता स्थापित किया है। बताया है कि गले की नाम पुरूषों में 37 सेमी से अधिक है तो वह अोवर वेट है यदि महिलाअों की गले नाम 34 सेमी से अधिक है तो वह मोटापे के शिकार है। देखा कि 37 सेमी से अधिक गले की नाप वाले 83.2 फीसदी पुरूषों का बीएमअाई 23 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर से अधिक था इसी तरह 34 सेमी से अधिक गले की नाम वाली 84.2 फीसदी महिलाअों का बीएमआई अधिक था।  इस शोध को इंडियन जर्नल अाफ कम्युनिटि मेडिसिन से स्वीकार करते है ग्रामीण क्षेत्र के लिए उपयोगी बताया है।  यह तथ्य पीजीआई चंडीगढ के कम्युनिटि मेडिसिन विभाग के डा. मधुर वर्मा की निर्देशन में डा. नवजोत कौर, पीजीआईएमएस रोहतक से डा. मीना राजपूत , डा. सौम्या स्वरूप ने 540 पुरूष और 540 महिलाअों में किया है। इन सब की उम्र बीस से 60 साल के बीच थी। 

15 फीसदी ओवर वेट और 36.4 फीसदी लोग मोटे
 शोध में देखा गया कि 15 फीसदी लोग अोवर वेट यानि मोटापे के शिकार है जिसमें से 15.4 फीसदी पुरूष 14.6 फीसदी महिलाएं है। 36.4 फीसदी लोग मोटे है जिसमें 36.9 फीसदी पुरूष और 32.4 फीसदी महिलाएं शामिल है। संजय गांधी पीजीआइ के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रो.सुदीप कुमार के मुताबिक मोटापा दिल और दिमाग के लिए घातक है। इसके अलावा इससे डायबटीज के परेशानी की अाशंका रहती है। 

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