पीजीआई ने रक्तदाताओं के किया सेल्युट
खून नहीं है विकल्प केवल दान से मिलना संभव
किसी भी मरीज के शऱीर में खून कमी होने पर उसकी
पूर्ति केवल आप ही कर सकते है। दवा सहित तमाम सहूलियत तो पैसे से मिल सकती है
लेकिन शुद्ध खून रक्त दान से ही संभव है। एेसे दानवीरों को संजय गांधी पीजीआई के
ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग ने उनके जज्बे को सेल्यूट किया। इस मौके पर
निदेशक प्रो.राकेश कपूर ने कहा कि पैसे का दान तो कोई कर सकता है लेकिन खून का दान कम ही लोग करते है। इस दान के लिए आगे
आने की जरूरत है। विभाग के प्रो. अतुल सोनकर ने कहा कि अभी भी युवा और पुरूष ही
सबसे अधिक रक्त दान कर रहे है । सभी वर्ग के लोगो को आगे आने जरूरत है। तमाम
भ्रांतिया है जिसके कारण लोग हिचकते हैं।
18 स्वैछिक रक्तदाता और 25 संगठनों को किया गया
सम्मानित
सौ बार से अधिक रक्तदान कर चुके डीके सिंह और उनकी
पत्नी विद्या सिंह को इस मौके पर सम्मानित किया गया । यह संजय गांधी पीजाई में टेक्निकल ऑफिसर डीके सिंह है। कहते है कि केजीएमयू
में डिप्लोमा करते समय 1984 में पहली बार
रक्तदान किया था। इसके बाद 1988 में पीजीआई में
नियुक्ति मिल गई, लेकिन रक्तदान का सिलसिला लगातार जारी रहा। वे बताते है कि 1984 से अब तक सौ बार रक्तदान कर चुका हूं। उनकी पत्नी भी इस अभियान में शामिल है
वह भी 50 बार से अधिक रक्तदान कर चुकी है। बेटा जयंत भी रक्तदान कर रहा है । डीके सिंह बताते है कि वे
एफरेसिस भी कई बार करा चुके हैं। इसमें ब्लड तो शरीर में वापस आ जाता है, लेकिन मशीन
प्लेटलेट्स को अलग कर लेती है। पेशे से नर्सिग अधीक्षिका नीमा पंत भी 50 बार से अधिक रक्तदान कर चुकी है कहती है कि मरीजों
को देखा कि कैसे वह खून के बिना परेशान होते है । इसी परेशानी को दूर करने के लिए
रक्तदान करना शुरू किया जो आज भी जारी है। सतीश चंद्रा भी 87 वीं बार रक्त दान कर चुके है । कहा कि बडा सुकून मिलता है। किसी तरह कोई कमजोरी नहीं है
लोग आगे आएं। इसके अलावा प्रीतपाल सिंह, इंद्र पाल सिंह,
पुलकित वर्मा, कुलदीप सिंह, रोहित रस्तोगी, गगन दीप सिंह, अमर
गुरूंग, गौरव कुमार श्रीवास्तव, नवनीत
मौर्य, केसी कुलबे, पावमान सिदगिकर,
रवींद्र वर्धन सिंह, मानवता बाजपेयी, बलराज. शशांक सिंडे, वीके सिंह सहित अन्य को
सम्मानित किया।
लखनऊ के आठ सौ लोगों का जीवन बचा चुके है ढिल्लन
रक्त पूरक चैरटेबिल फाउंडेशन के संस्थापक बलराज सिंह
ढिल्लन लखनऊ के आठ सौ से अदिक लोगों का जीवन रक्तदान कर बचा चुके है। इनके फाउंडेशन
से लखनऊ के एक हजार लोग जुडे है जिन्हे रक्त की जरूरत होती है उसके लिए रक्त दान
के लिए फाउंडेशन के सदस्यों से कहते है । सदस्य जा कर रक्तदान करते है। ढिल्लन को
इस नेक काम के लिए पीजीआई में सम्मानित किया गया यह खुद रेगुलर डोनर है। बताते है
कि लखनऊ से रोज 10 से 15 लोगों की काल रहती है। इनका फाउंडेशन यहां के अलावा दूसरे
शहरों में भी काम कर रहा है। सबसे अधिक कैंसर, डायलसिस
, एक्सीडेंटल केस के लिए रक्तदान के लिए काल अती है। बताया
कि 7607609777 नंबर पर रक्तदान और रक्त की जरूरत के लिए संपर्क किया जा सकता है।
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