शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

पीजीआइ कैसे रहेगा अागे प्लानिंग पर हो रहा है काम- प्रो.राकेश कपूर

पीजीआइ का दीक्षांत समारोह अाज

पीजीआइ कैसे रहेगा अागे प्लानिंग पर हो रहा है काम- प्रो.राकेश कपूर

140 बेड के विस्तार के साथ रोबोटिक सर्जरी जल्दी शुरू करने की तैयारी

मुख्यमंत्री होंगे मुख्य अतिथि

जागरण संवाददाता। लखनऊ

संजय गांधी पीजीआइ कैसे अाने वाले दिनों में चिकित्सा जगत में अागे रहेगा अौर मरीजों को सविधा देगा इसी प्लानिंग पर काम कर रहा हूं जिसमें पुरनी अोपीडी में 140  बेड का विस्तार, इमरजेंसी सेवा में विस्तार के साथ ही जांच की सुविधा बढाने के लिए माइक्रोबायलोजी. ट्रांसफ्यूजन मेड़िसिन डायग्नोस्टिक व्लाक शुरूकरना प्राथमिकता है। संस्थान के 22 वें स्थापना दिनस के मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो.राकेश कपूर ने कहा  कि  न्यू अोपीडी ब्लाक शुरू कराया जिससे मरीजों और तीमरादारों को राहत मिली है। इसके साथ ही स्वाइन फ्लू वार्ड 15 दिन में शुरू करने जा रहे है। प्रो .कपूर ने बताया कि पुरानी लाइब्रेरी की जगह खाली होने के बाद वहां पर तीन अोटी बनाएंगे जिसमें रोबोटिक सर्जरी शुरू करेंगे। निेदेशक ने कहा कि निदेशक की जिम्मेदारी है कि वह संस्थान कैसे अागे बढेगा अौर अागे रहेगा इसकी प्लानिंग कर योजना पर काम करना है। इसी उद्देश्य को लेकर काम कर रहे हैं। इमरजेंसी विस्तार के लिए 473 करोड का प्रस्ताव सरकार ने पास कर दिया है जिसमें ब्रेन स्ट्रोक, पेट में रक्त स्राव जैसे तमाम परेशानियों का तुरंत इलाज संभव होगा। 

प्रो.सुशील गुप्ता राज्यपाल बन दी डिग्री 
 संस्थान के दीक्षांत समारोह का रिहर्सल शुक्रवार को हुअा । संस्थान के इंडोक्राइनोलाजिस्ट प्रो.सुशील गुप्ता ने राज्यपाल की भमिका निभा कर छात्रों को डिग्री प्रादन की। दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि  मुख्यमंत्री अादित्य नाथ योगी होंगे। संस्थान के कुलाध्यक्ष एवं  राज्यपाल श्री राम नाइक होंगे। समारोह में डीएम, एमसीएच , एमडी को डिग्री राज्यपाल प्रदान करेंगे। पीडीसीसी छात्रों को बाद में डिग्री प्रदान की जाएगी। ड्रेस कोड में अंग वस्त्र होगा। प्रो.कपूर ने बताया कि प्रो.एसअार नायक अाउट स्टैडिंग रिसर्च एवार्ड ,    प्रो.अारके शर्मा बेस्ट डीएम , एमसीएच एवार्ड दिया जाएगा। विभागों से नाम मांगे गए है जिस पर कमेटी निर्णय लेगी। संस्थान के अध्यक्ष एवं मुख्य सचिव राजीव कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहेगे। 



इन लोगों ने दी  पीजीआई को शैक्षणिक गति
संस्थान की शैक्षिणक गतिविधियों के विस्तार के लिए डीन की भूमिका अहम होती है । संस्थान यह लोग डीन रहे है तो संस्थान में तमाम शैक्षणिक अायाम स्थापित किए   

प्रो. एसएस अग्रवाल- 1986 -1990
प्रो. एसअार नाइक- 1990 से 1991
प्रो.बीके दास- 1991 -1993
प्रो.महेंद्र भंडारी- 1993-1995
प्रो.पीके घोष- 1995- 1996
प्रो.अारबी गुजराल-1996 से 1998
प्रो.डीके छाबडा- 1998-2000
प्रो.एस अय्यागिरी- 2000-2002
प्रो.अार के गुप्ता- 2002-2004
प्रो.ए अय्यागिरी- 2004-2006
प्रो.अारके शर्मा- 2006-2008
प्रो.सीता नाइक- 2008 से 2009
प्रो.यूके मिश्रा- 2009 -2012
प्रो.अारएन मिश्रा- 2012 से 2015 

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