सोमवार, 11 सितंबर 2017

बचपन में ही ग्यारह फीसदी ब्लड प्रेशर के शिकार

बचपन में ही तैयार हो रही है  जवानी बरबाद करने की फसल

बचपन में ही ग्यारह फीसदी  ब्लड प्रेशर के शिकार

12 फीसदी ब्लड प्रेशर के मुंहाने पर 

 1041 बच्चों में हुअा शोध



कुमार संजय । लखनऊ
बचपन कहे या जवानी की दहलीज पर कदम रखने के पहले ही 24.2 में ब्लड प्रेशर की परेशानी है। इस सच का खुलासा राजधानी के 1041 बच्चों में शोध के बाद विशेषज्ञों ने किया है। विशेषज्ञों ने 13 से 18 अायुवर्ग के बच्चों में रक्त दाब देखा जो पता चला कि 11.8 फीसदी बच्चे  ब्लड प्रेशर के शिकार है। 12.4 फीसदी ब्लड प्रेशर के मुहाने पर खडे थे जिसे प्री हाइपर टेंशन कहा जाता है। इसके पीछे  कारण देखा तो पता चला कि जंक फूड, कम सब्जी और फल का सेवन, शारीरिक गतिविधियों में कमी , अधिक समय टीबी पर देने के कारण के कारण मोटापे बडा कारण है। विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लड  प्रेशर के शिकार अौर मुहाने पर खडे बच्चों में मोटापा बडा कारण है । मोटापा का सबसे बडा कारण लाइफ स्टाइल है। शारीरिक गतिविधि बढाने के साथ अधिक सब्जी अौर फल का सेवन कर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। जंक फूड ( रेडीमेड) फूड खाने से बचाने की जरूरत है जिसमें माता-पिता की अहम  भूमिका है। शोध में चेतीनाद एकडमी अाफ रिसर्च एंड एजूकेशन चेन्न्ई के डा.सीनथामिज, मेडिकल विवि लखनऊ के कम्युनिटि मेडिसिन विभाग के डा. जमाल मसूद अौर डा. अरविंद कुमार श्रीवास्तव एवं एसजीपीजीआइ के बायो स्टेटिक विभाग के डा. प्रभाकर मिश्रा के इस शोध इंडियन जर्नल अाफ कम्युनिटि मेडिसिन ने स्वीकार किया है। 

हाई ब्लड प्रेशर बना सकता है दिमाग और दिल के लिए खतरनाक

संजय गांधी पीजीआई के हृ्दय रोग विशेषज्ञ प्रो.सुदीप कुमार कहते है कि ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक लंबे समय तक रहने पर ब्रेन स्ट्रोक के 54 फीसदी, हार्ट डिजीज के 47 फीसदी लोग शिकार होते है। 46.5 फीसदी में असमय मौत का कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है। कहा कि लंबे समय तक रक्त दाब बढे होने पर किडनी भी खराब हो सकती है। बचपन में ब्लड प्रेशर का बढना मतलब जवानी को तबाह करना है। 

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