राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की याद दिलाई है। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विगत वर्ष 6 मई को मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्होंने संविदा कर्मियों के नियमितीकरण का मुद्दा उनके समक्ष रखा था। उस समय मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए कोई रास्ता जरूर निकाला जाएग।
एक वर्ष से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद इस प्रकरण को लगातार मुख्य सचिव एवं अन्य सक्षम अधिकारियों के स्तर पर उठाकर कार्यवाही की मांग कर रही है। 28 अक्टूबर 2020 को मुख्य सचिव के साथ बैठक में यह मुद्दा उठा भी गया था और अगस्त 2013 तक रिक्त पद के सापेक्ष निर्धारित अर्हता रखने वाले संविदा कर्मचारियों को जो, 3 साल तक सेवा कर चुके हैं, उन्हें नियमित करने पर सहमति बनी थी।
इसके लिए मुख्य सचिव ने सभी विभागों से सूचना एकत्र करने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन लगभग 7 माह बीत चुके हैं और अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। श्री तिवारी ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया है कि विधानसभा चुनाव से पहले संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के संबंध में निर्णय अवश्य करा दें। जिसका राजनीतिक फायदा चुनाव में पार्टी को मिल सकता है। कर्मचारियों की अन्य मांगों पर भी कार्यवाही के समुचित निर्देश मुख्य सचिव को देने का अनुरोध भी मुख्यमंत्री से संयुक्त परिषद के अध्यक्ष ने किया है।
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