गुरुवार, 30 जुलाई 2020

मरीज़ों की परेशानी के सामने अपनी परेशानी जाता हूं भूल

पीजीआइ के सफाई निरीक्षक ओम प्रकाश सिंह ---कोरोना संक्रमित  के लिए रात दिन दे रहे है सफाई  
  

मरीज़ों की परेशानी के सामने अपनी परेशानी जाता हूं भूल

कोरोना संक्रमित मरीज के लिए बने राजधानी कोविड हॉस्पिटल के वार्ड में सफाई जार सी चूक मरीज़ों के साथ ही कर्मचारियों के लिए इंफेक्शन का खतरा बढा सकता है। वार्ड के साफई के साथ ही वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण एक बडी चुनौती है। इस व्यवस्था के लिए 120 से अधिक सफाई कर्मी लगे है। सफाई कर्मचारी जो वार्ड में ड्यूटी करते है उन्हे 14 दिन क्वरटाइन किया जाता है। इस दौरान वह संस्थान प्रशासन द्वारा उपलब्ध रहने की व्यवस्था में रहना होता है। कई बार ड्यूटी कर रहे है कर्मचारी की तबियत खराब हो जाती है ऐसे में तुरंत उनकी जगह दूसरे कर्मचारी की व्यवस्था करने के साथ ही ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों के मनोबल बढाना एक बडी ज़िम्मेदारी होती है। संजय गांधी पीजीआई के कोविद अस्पताल के सफाई निरीक्षक ओम प्रकाश सिंह कहते है कि बेटे का रोड एक्सीडेंट हो गया था । जीवन उसका बच गया लेकिन अभी वह बेटा हम लोगों पर आश्रित है। घर की इतनी बडी परेशानी के बाद भी मरीजों की परेशानी के आगे अपनी परेशानी कम लगती है। सफाई व्यवस्था देखने के साथ ही ड्यूटी का मैनेजमेंट , कर्मचारियों की अपनी परेशानी को दूर करने के लिए हर स्तर पर कोशिश करते –करते कब रात होती है कब सुबह होती है पता ही नहीं चलता है। कई बार तो रात में तीन बजे भी फोन बचता है तो तुरंत उठ कर भागना होता है। वार्ड में सफाई में जरा सी कमी होने पर तुरंत मरीज भी हल्ला मचाने लगते है जो मचाना भी चाहिए हम लोगों हर स्तर पर मरीज़ों के संतुष्टि के लिए कोशिश करते है। 

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