पीजीआई के प्रो. सुनील प्रधान की खोजा से बना विश्व का पहला संस्थान
पीजीआइ ने खोजा नए तरह का माइग्रेन
स्टेप माइग्रेन कदम दर कदम दिमाग में देता है चोट
एक बार फिर प्रो.सुनील प्रधान ने विश्व के सामने रखी नयी न्यूरोलाजिकल परेशानी
कुमार संजय़। लखनऊ
संजय गांधी पीजीआइ के न्यूरोलाजिस्ट प्रो.सुनील प्रधान खोज से विश्व का पहला संस्थान बन गया है। इससे पहले मस्कुलर डिस्ट्राफी की पहचान के प्रधान साइन की खोज की थी जिससे विश्व स्तर पर पढाया जाता है। अब प्रो. प्रधान नए तरह के माइग्रेन का पता लगाया है जिसके बारे में अभी तक विश्व के किसी भी न्यूरोलाजिस्ट को जानकारी नहीं थी। नए तरह के माइग्रेन को प्रो प्रधान स्टेप हेडेक नाम दिया है। इस हेडेक के बारे में कोई भी शोध पत्र अभी तक नहीं है। माइग्रेन के तमाम कारण और लक्षण पहले से पता है जिसके आधार पर मरीज को सलाह दी जाती है । नए कारण स्टेप हेडेक नाम से ही साबित होता है कि स्टेप ( कदम) रखने के साथ सिर में दर्द की परेशानी होती है। नए लक्षण और कारण का पता लगाने के लिए शोध किया जिसमें 150 माइग्रेन और 244 टेंशन टाइप हेडेक( मानसिक परेशानी के कारण सिर दर्द) के मरीजों को शामिल किया गया। माइग्रेन की डायग्नोसिस इटरनेशमल हेडेक सोसाइटी -3 बीटा के मानक के अनुरूप की गयी। देखा गया कि माइग्रेन के कारणों में 66.7 फीसदी में सूर्य की रोशनी और 41.3 फीसदी में 6 से आठ घंटे खाली पेट रहना मिला। देखा गया कि 64.67 फीसदी में स्टेप हेडेक की परेशानी थी। प्रो.सुनील प्रधान ने शोध पत्र में बताया है कि हर कदम पर सिर में हर धम्म( हथौड़ा) जैसे दर्द होता है जितने देर यह माइग्रेन रहता है व्यक्ति चलने फिरने में भी मजबूर हो जाता है। शोध जर्नल आफ न्यूरोसाइंस इन रूरल प्रैक्टिस ने स्टेप हेडेक- ए डिसटिनिक्ट आफ माइग्रेन विषय से स्वीकार किया है।
क्या है स्टेप हेडेक
स्टेप हेडेक ( माइग्रेन) पैदल चलने, दौड़ने, या सीढ़ियों पर चढ़ने के दौरान जमीन पर पैर के प्रत्येक प्रभाव के बाद पैर से सिर तक फैल जाती है। माइग्रेन सिर के दोनों हिस्से में होता है। पूरे सिर में महसूस होती है। बैठने या लेटने की अवस्था के दौरान महसूस नहीं होता है। इस नए टाइप के माइग्रेन का पता लगने के बाद नए तरीके से सलाह दी जाएगी।
माइग्रेन है बडी परेशानी
माइग्रेन सिर दर्द का एक बडा कारण है देखा गया है कि 5.61 से 26.1 फीसदी लोगों में माइग्रेन की परेशानी होती है। माइग्रेन डिसएबिलिटी के दस बडे कारणों में शामिल है।