रविवार, 9 फ़रवरी 2020

पीजीआइ: हुक्का बार बना रहे दिल के मरीज

पीजीआइ: हुक्का बार बना रहे दिल के मरीज


कुछ समय पहले बुजुर्गो के लिए नशे का साधन था। फिर समय बीतने के साथ यह धीरे-धीरे गायब होने लगा, लेकिन एक बार फिर हुक्का के चलन की जोरदार वापसी हुई है। हुक्के की लत की चपेट में अब बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी भी आ चुकी है। जगह-जगह हुक्का बार खुलने लगे हैं। मार्केट, बार और रेस्टोरेंट में मिल रहे हुक्का को फ्लेवर और हर्बल समझकर युवा पीढ़ी धुएं के बीच डूबती जा रही है। उन्हें पता नहीं कि वो हर कश में जहर अपने शरीर में खींच रहे हैं।
यह जानकारी कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव रंजन ने दी। उन्होंने कहा कि लखनऊ में हुक्का पार्लर और हुक्का बार का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है। हुक्का पार्लर युवाओं का ‘स्टेटस सिम्बल’ बन गया है। अकेले गोमतीनगर में 50 से ज्यादा हुक्का बार खुल गए हैं। शहर में करीब 200 से अधिक हुक्का पार्लर और बार हैं। डॉ. रंजन के मुताबिक हुक्का में फ्लेवर के नाम पर मेथमफेटामाइन, शीरा, अमोनिया, मेथोनॉल, पाइरीन, कैडमियम, निकोटिन कार्बन डाईमोनोआक्साइड आदि कई रासायनिक तत्व होते हैं। कार्डीकॉन के आयोजक सचिव व पीजीआइ के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन गर्ग बताते हैं कि हुक्का और सिगरेट में तंबाकू का प्रयोग होता है। हुक्के में प्रयोग रसायनिक तत्व सीधे शरीर के भीतर जाते हैं। इससे दिल की बीमारी के साथ ही कैंसर, टीबी आदि कई बीमारियों का खतरा बना रहता है।
50 फीसद लोग चले जाते हैं शॉक में : पीजीआइ के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुदीप कुमार ने बताया कि दिल के मरीज का ब्लड प्रेशर कम होने लगता है। लिवर, दिल, गुर्दा समेत शरीर के अन्य अंगों को खून की कमी होने लगती है। ऐसे में करीब 50 फीसदी मरीज शॉक में चले जाते हैं। शॉक के कारण हाईपोजेमिया, हृदय गति रुक जाती है। इससे 50 प्रतिशत से अधिक की मृत्यु हो जाती है।
कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया यूपी चैप्टर की 26वीं वार्षिक कॉन्फ्रेंस कार्डीकॉन-2020 में जुटे देशभर के कार्डियोलॉजिस्ट
डॉ. सिंघल सहित तीन बेस्ट डीएम छात्र सम्मानित
पीजीआइ में आयोजित वार्षिक कॉन्फ्रेंस कार्डीकॉन में शनिवार को कानपुर के प्रसिद्ध कॉडियोलॉजिस्ट डॉ. एसएस सिंघल को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया। इसके अलावा पीजीआइ के कॉर्डियोलॉजी विभाग के डीएम छात्र कृष्णा यू चटर्जी, केजीएमयू के धनंजय कुमार व जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर के अजय कुमार सिंह को बेस्ट डीएम स्टूडेंट का अवॉर्ड दिया गया। कार्डीकॉन के आयोजक सचिव डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि कॉर्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया यूपी चैप्टर ने पहली बार अवॉर्ड दिए हैं।

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