मंगलवार, 3 अप्रैल 2018

खुद कैंसर से जंग जीत 86 की उम्र में बढा है कैंसर ग्रस्त का हौसला



खुद कैंसर से जंग जीत 86 की उम्र में बढा है कैंसर ग्रस्त का  हौसला

जज्बे के लिए राज्यपाल ने किया अाज सम्मानित


कुमार संजय। लखनऊ

खुद कैंसर पर विजय हासिल करने के बाद रोज अाठ से दस लोगों को कैंसर से निपटने का हौसला बढा रहे हैं। यह है 86 वर्षीय डा. वाई सी अग्रवाल जो जेके कैंसर इंस्टीट्यूट 1990 से रिटायर हैं। इनके जज्बे को देखते हुए राज्यपाल श्री राम नाइक ने  इन्हें सोमवार को  सम्मानित किया। डा. अग्रवाल के मुताबिक 2005 में उन्हें रेक्टम कैंसर ( मल द्वार ) हुअा जांच करायी तो पता चला कि कैंसर लिवर तक फैल चुका है। दूसरे डाक्टर ने भी बताया कि जिंदगी 6 महीने है लेकिन हिम्मत न हारते हुए संजय गांधी पीजीआई के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में सलाह लिया जहां पर जांच के बाद रेक्टम कैंसर की सर्जरी की गयी । सर्जरी के पाच दिन बाद ही अस्पताल से छुट्टी मिल गयी। कैंसर लिवर में भी इसमें सर्जरी संभव नहीं थी इस लिए विशेषज्ञों ने इसके लिए रेडियोथिरेपी की सलाह दी। डा. अग्रवाल ने तीन रेडियोथिरेपी करायी जिसके बाद वह बिल्कुल फिट है। कैंसर से पहले भी सेवा कर रहे थे कैंसर से  उबरने के बाद भी   लखनऊ में भी एक कैंसर सेंटर पर वह  मरीजों की सेवा में लगे हैं।  यहां पर रोज कैंसर के साथ अाने वाले मरीजों की काउंसलिंग कर उनका मनोबल बढ़ाते है जिससे तमाम मरीज कैंसर से जंग जीत भी रहे हैं। डा. अग्रवाल कहते है कि जिंदगी मे उतार -चढाव अाता रहता है बस हिम्मत के साथ मुकाबला करने की जरूरत है। 

लडकियों की शिक्षित बनाने के पक्षधर रहे है डा. अग्रवाल

डा. अग्रवाल की तीन लड़किया है। इन्होंने तीनो लड़कियों को अच्छी शिक्षा दी जिसकी देन है कि इनकी एक लड़की डाक्टर, एक सीए और एक लड़की अार्टीटेक्ट हैं। डा. अग्रवाल कहते है कि लड़के और लड़की में कोई अंतर नही है यह सोच तभी विकिसत होगी जब लोगों के पास शिक्षा होगी।  

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