पीजीआई ने टूटे लिगामेंट को हटाकर रोपित किया नया लिगामेंट
अब सुमित कुश्ती में करेंगे देश का नाम रोशन
लिगामेंट इंजरी के कारण बंद हो गई थी ट्रेनिंग और कुश्ती
आजमगढ़ के ग्राम पाखनपुर के रहने वाले 18 वर्षीय सुमित कुश्ती के दौरान चोट लग गई । चोट के कारण घुटने में लिगामेंट इंजरी के कारण खेल और ट्रेनिंग दोनो बंद हो गयी थी। वह कैरियर को लेकर काफी निराश थे । संजय गांधी पीजीआई के एपेक्स ट्रामा सेंटर के हड्डी रोग विशेषज्ञ प्रो. पुलक शर्मा ने अपने साथियों के साथ मिल लेप्रोस्कोपिक से एथ्रोस्कोपिक एसीएल रिकंस्ट्रक्शन एंड पार्शियल मेनी सेक्टोमी मेनी सकल रिपेयर तकनीक से नया लिगामेंट रोपित कर घुटने को जान दे दिया है। दावा है कि वह एक महीने बाद से पहले की तरह कुश्ती लड़ सकेंगे। सुमित फिलहाल सर्जरी के छुट्टी पा गए है। वह बनारस के खेल अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे थे जहां वह जारी रखने की उम्मीद रखें है। प्रो. पुलक के मुताबिक फीमर और टीबिया के बीच में लिगामेंट होता है जो घुटने को मजबूती देता है। यह लिगामेंट टूट गया था जिसके कारण घुटने को मोड़ना मुश्किल था। वजन उठाना तो दूर की बात थी। कई लिगामेंट और घुटने के पास होते है जिसे स्पेयर लिगामेंट कहते है इनकी कोई खास उपयोगिता नहीं होती है। इस लिगामेंट को निकाल टूटे लिगामेंट की जगह रोपित किया। पहलवान सुमित कुमार का दिनांक चार जनवरी को जटिल ऑपरेशन हुआ। सुमित कुमार राज्य स्तरीय 60 किलोग्राम वर्ग कुश्ती चैंपियन हैं। सुमित का कहना है कि कई अस्पतालों में इलाज कराने के बाद भी आराम नहीं मिला तो वह एसजीपीजीआई के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। सुमित कुमार ने डॉ. पुलक शर्मा और उनकी टीम का हृदय से आभार व्यक्त किया है। इस सफलता के लिए निदेशक प्रो.आरके धीमान, ट्रामा सेंटर प्रभारी प्रो. राजकुमार, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. राजेश हर्ष वर्धन ने टीम को बधाई दी है।
अगले दिन किया आपरेशन
आवश्यक परीक्षणों के बाद, डॉ. पुलक शर्मा के साथी डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ. मंजूनाथ और डॉ. संजय शर्मा, एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के डॉ. रफत शमीम ने तुरंत भर्ती कर अगले दिन आपरेशन किया। फिजियोथैरेपी के बाद सुमित आज पूरी तरह स्वस्थ है। डॉक्टर्स का कहना है कि सुमित एक महीने के अंदर फिर से रेसलिंग कर सकेगा और जीत भी हासिल करेंगे।
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