केवल हाथ की सफाई से कम हो सकता है तीस फीसदी एंटी बायोटिक का खर्च
सात से आठ हजार का बढ़ जाता है खर्च
घर में भी खाने से पहले हाथ को करें साफ
पीजीआइ में हैंड हाइजिन पर कार्यशाल और जागरूकता अभियान
जागरण संवाददाता। लखनऊ
अस्पताल में मरीजों के सीधे संपर्क में रहने वाले स्टाफ यदि मरीज को छूने से पहले हाथ साफ कर लें तो आस्पताल में भर्ती होने के बात होने वाली संक्रमण में तीस फीसदी की कमी लायी जा सकती है।
इससे मरीज में रोज होने वाले सात से आठ हजार के एंटीबायोटिक के खर्च को कम किया जा सकता है। इसके आलावा इंफेक्शन के कारण अस्पताल में रूकने का भी खर्च कम किया जा सकता है। यह जानकारी बुधवार को संजय गांधी पीजीआइ में हास्पिटल इंफेक्शन कंट्रोल सेल द्वारा आयोजित हैंड हाइिजन जागरूकता अभियान में अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. राजेश हर्ष वर्धन ने देते हुए कहा कि आज 50 फीसदी से कम पैरा मेडिकल स्टाफ हैंड हाइजिन प्रैक्टिस करते हैं। हम लोगों ने किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट सहित अन्य विभाग में सर्विलांस और जागरूकता अभियान चलाया तो देखा प्रैक्टिस 70 से 80 फीसदी तक हुई। मुख्य चिकित्सा अधीक्षख प्रो. अमित अग्रवाल के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन विभाग को जागरूक करने के साथ ही हैंड हाइिजन के लिए सेनीटाइजर और सोप की उपलब्धता सुनिश्चित करना चाहिए। माइक्रोबायलोजी विभाग की डा. रिचा मिश्रा के मुताबिक काल्सट्रेडियम डिफसिल, मेथलसीन रसिस्टेंट स्ट्रेफलोकोकस आरियस , इंट्रो कोकस, न्यूमो कोकस , सुडोमोनाज का सबसे अधिक संक्रमण मरीज से मरीज में फैलता है। चिकित्सा अधीक्षक डा. एके भट्ट ने कहा कि काम के लोड के कारण कई बार हैंड हाइजिन प्रैक्टिस स्टाफ नहीं कर पाता है लेकिन इसे फालो करना चाहिए नहीं तो मरीज को नुकसान होगा। विशेषज्ञों ने कहा कि घर में भी बीमारी से बचने के लिए खाने से पहले हाथ को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए।
सेनीटाजर से हाथ को करें साफ
हाथ में ब्लड लगा है तो पहले सोप से हाथ साफ करना चाहिए नहीं तो मरीज को छूने से पहले सेनीटाइजर से हाथ साफ करना चाहिए। सेनीटाइजर हाथ में लगा कर हाथ को सुखा लेने से हाथ में लगे बैक्टीरिया मर जाते है।
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