मंगलवार, 16 अक्तूबर 2018

मुख्यमंत्री ने निदेशक से कहा पीजीआई लखनऊ से दूर स्थापित करें सेटेलाइट सेंटर

मुख्यमंत्री ने निदेशक से कहा  पीजीआई लखनऊ से दूर स्थापित करें सेटेलाइट सेंटर

पीजीआई में लोकापर्ण और शिलान्यास

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने संस्थान के निदेशक प्रो.राकेश कपूर ने कहा कि वह लखनऊ तक ही समिति न रहें लखनऊ से बाहर पीजीआई का सेटेलाइट सेंटर बनाएं। इसके लिए सरकार हर स्तर पर मदद करेंगे। पीजीआई का नाम जुडने से उस सेंटर पर फैकल्टी की कमी नहीं रहेगी क्योंकि पीजीआई एक ब्रांड है जो विश्व स्तर पर धाक जमा रखा है।
जिसका नतीजा है कि मेरे पास सबसे अधिक सिफारिश पीजीआई में बेड के लिए आती है। मुख्यंमंत्री आज इमरजेंसी मेडिसिन सेंटर, किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर का शिलान्यास करने के साथ हिमैटोलाजी विभाग और लिवर ट्रांसप्लांट सेंटर का लोकापर्ण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे संस्थान में लगबघ 550 बेड बढेगे जिससे आम जनता को राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसे वाले के हर जगह इलाज है लेकिन गरीबो के लिए इलाज आज भी चुनौती है जिसका सामना करने के लिए हम स्तर पर कोशिश कर रहे हैं। हम प्रदेश में 13 मेडिकल कालेज खोल रहे है । इंफ्रास्टकचर तो खडा हो जाएहा लेकिन हमारी बडी चिंता फैकल्टी है कि कहां से मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि डाक्टर मरीजों का कोटा न फिक्स करें जितना अधिक मरीज देखेंगे उतना ही अधिक उन्हे सीखने को मिलता है। हर मरीज कुछ नया सीख दे जाता है।  चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि पीजीआई के स्थापना के लगभग तीस साल बाद अब दूसरे फेज का काम शुरू हुअा है अभी 985 बेड है जिसके लिए मारामारी मची रहती है।  राज्य चिकित्सा शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि सरकार हर स्तर पर पीजीआई को मदद कर रही है। निदेशक प्रो. राकेश कपूर ने कहा कि हम रेत पर निशान नहीं छोडना चाहते कि हवा आए निशान उड़ जाए इमरजेंसी मेडिसिन और किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर अमित निशान होगा। इस मौके पर ग्रमीण अभियंत्रण मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।    

धरती के भगवान बने रहना चुनौती
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार सीखने की ललक और मानवीय संवेदना के कारण डाक्टर को धरती का भगवना कहा जाता है लेकिन आज इन दोनों की कमी के कारण इन्हें धरती का भगवान बनने रहने की चुनौती है। पीजीआई के डाक्टर और कर्मचारी मन लगाकर काम करते है जिसके कारण संस्थान अपने स्थापना के कम उम्र में ही काफी नाम रोशन किया है। दूसरे संस्थानों को पीजीआई से सीख लेनी चाहिए।


निदेशक ने मुख्यमंत्री से की संवर्ग पुर्नगठन की मांग

निदेशक प्रो.राकेश कपूर ने मुख्यमंत्री से मांग कि कर्मचारियों का संवर्ग पुर्नगठन लंबे समय से लंबित है जिसके लिए कर्मचारी परेशान है । कर्मचारीयों के काम कारण ही हम लोग सफल है यह खुश नहीं रहेंगे तो मन लागकर काम नहीं कर पाएंगे एेसे में मुख्मंत्री जी आफ से अनुरोध है कि इनके समस्या पर ध्यान देकर शीघ्र फैसला लिया जाए। मुख्यमंत्री को कर्मचारी नेताअों ने ज्ञापन भी दिया जिसमें सतवें वेतन अायोग के अनुसार भत्ते, 2001 की नियमावली में बदलाव, पीजीआई एम्स के अधीन करने और संवर्ग पुर्नगठन की मांग की गयी है।   


 इटावा से आए 12 वर्षीय सुजीत को नही दिया मिलने

मुख्यमंत्री  को पीजीआई आया देख 12 वर्षीय सुजीत कुमार जाटव मुख्यमंत्री से मिलने श्रुति आडीटोरियम पुंचा लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने नहीं मिलने दिया। सुजीत अपने भाई का इलाज कराने पीजीआई में अाया है। ग्राम पंचायत जुगौरा ग्राम बावरी पुर जिला इटावा का रहने वाले सुतीज ने  बताया कि उनके चाचा की हत्या वहां के एक नेता ने करा दी जिसकी कई जांच नहीं हो रही है । उसके बहन की भी हत्या हो गयी है पुलिस कुछ नहीं कर रही है।    

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें