एक इंजेक्शन ने डेढ़ महीने रहेगी एलर्जी से मुक्ति
पीजीआई में इम्यूनो एलर्जी कॉन्क्लेव 2024 आज
एलर्जी से ग्रस्त लोगों को रोज दवा खानी होती है। इन दवाओं से नींद आने के साथ ही सुस्ती की परेशानी होती है लेकिन अब रोज गोली खाने के झंझट से छुटकारा मिल सकता है। मोनोक्लोनल एंटीबॉडी( बायोलॉजिक्स) दवाएं आ गयी है जो इंजेक्शन के रूप में है इनका एक डोज देने से एक से 1.5 महीने तक एलर्जी की परेशानी से मुक्ति मिल सकती है। संजय गांधी पीजीआई के क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी विभाग की के मुताबिक 15 फीसदी से अधिक लोग एलर्जी से ग्रस्त रहते हैं। यह फेफड़े, त्वचा, नाक सहित अन्य हो सकती है। इसका इलाज भी अलग –अलग विशेषज्ञ करते हैं। एलर्जी की विशेषज्ञता की शाखा विकसित नहीं है। इसमें इम्यूनोलॉजिस्ट की अहम भूमिका हो सकती है। इसी को लेकर विभाग दो दिवसीय इम्यूनो एलर्जी कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन इंडियन कॉलेज आफ एलर्जी, अस्थमा एंड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी के सहयोग से कर रहा है। इसमें देश से हर विधा के विशेषज्ञ शामिल हो रहे है । क्लीनिकल इम्यूनोलॉजिस्ट प्रो. विकास अग्रवाल और प्रो. अनुपम वाखलू के मुताबिक कोशिश की जा रही है कि एक विशेषज्ञता के अंदर सभी प्रकार की एलर्जी का मैनेजमेंट संभव हो सके। एलर्जी मैनेजमेंट के लिए एलर्जिक इम्यूनो थेरेपी और मोनोक्लोनल एंटीबॉडी काफी कारगर साबित हो रही है। आयोजन सचिव डा. कुनाल चंदवार ने बताया कि कॉन्क्लेव में ऑस्ट्रेलिया से डा. प्रवीण हिसारिया, अहमदाबाद से डा. पूजा श्रीवास्तव, पल्मोनरी विशेषज्ञ प्रो. राजेंद्र प्रसाद, ओपी चौधरी से डा. सुनील दवड़घाव, सहित अन्य विशेषज्ञ एलर्जी के कई पहलू पर जानकारी देंगे।
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