अंगदान व रक्तदान कर जरूरत मंद लोगों का जीवन बचाएं
-मुंबई से काठमांडू तक लोगों को अंगदान के लिए जागरूक कर रहे विनोद का पीजीआई में स्वागत
जरूरतमंदों का जीवन बचाने के लिए रक्तदान और अंगदान जैसे समाजिक कार्यों से लोगों को जुड़ना चाहिए। स्वस्थ्य युवाओं एवं बड़ों को देहदान, अंगदान व रक्तदान के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने की जरूरत है। एक व्यक्ति चार से पांच लोगों को जीवन दे सकता है। यह बातें शुक्रवार को पीजीआई के नेफ्रोलोजी विभाग के प्रमुख डॉ. नारायण प्रसाद और यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. एमएस अंसारी ने संस्थान के मुख्य गेट पर आयोजित अंगदान जागरूकता कार्यक्रम में कहीं। मुंबई से काठमांडू तक बाइक से अंगदान को लेकर लोगों को जागरूक करने जा रहे नर्मदा किडनी फाउंडेशन के सदस्य मुंबई निवासी विनोद के पीजीआई पहुंचने पर स्वागत किया गया। शुक्रवार को पीजीआई के मुख्य गेट से डॉ. नारायण प्रसाद ने विनोद को हरी झंडी दिखाकर रावाना किया। हालांकि गुर्दा प्रत्यारोपण करा चुके विनोद लोगों को अंगदान के लिए जागरूक कर रहे हैं।
डॉ. नारायण प्रसाद ने कहा कि दिल, गुर्दा, लिवर पैंक्रियाज आंत और फेफड़ों के अलावा त्वचा, अस्थि, अस्थि मज्जा, कार्निया, कारटिलेज , माँसपेशिया आदि का प्रत्यारोपण सम्भव है। इस मौके पर रेजिडेंट, मरीज, तीमारदार और स्टाफ के लोग मौजूद रहे।
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