बुधवार, 13 दिसंबर 2023

1960 की एंटीबायोटिक साबित हो रही जीवनदायी- डाक्सीसाइक्लीन यानि नई बोतल में पुरानी शराब

 चार रुपए की गोली दिलाएंगी संक्रमण से मुक्ति



1960 की एंटीबायोटिक साबित हो रही जीवनदायी

डाक्सीसाइक्लीन यानि नई बोतल में पुरानी शराब

एमडीआर का मुकाबला करेगी पुरानी गोली

पीजीआई और अमेरिका ने मिल कर रखा तथ्य 


 कुमार संजय। लखनऊ

 यूटीआई( मूत्र मार्ग संक्रमण) और श्वसन तंत्र के संक्रमण से निजात दिलाने में  चार रुपए की गोली कारगर साबित हो सकती है। कोई भी एंटीबायोटिक एक गोली 10 से 15 रूपए से कम में नहीं आती है जबकि डाक्सीसाइक्लीन एक गोली तीन से चार रुपए में आती है। इसके अलावा जब थर्ड और सेकंड जनरेशन की एंटीबायोटिक फेल हो रही है ऐसे में यह कारगर साबित हो सकती है। कई महंगी एंटीबायोटिक  प्रतिरोध हो चुका है ।  मल्टी ड्रग रजिस्टेंस( एमडीआर) या एंटीबायोटिक प्रतिरोध  चिकित्सा विज्ञान की सबसे बड़ी चुनौती है । इस चुनौती का सामना 1960 में बनी एंटीबायोटिक डाक्सीसाइक्लीन कर सकती है। यह लगभग चार रुपए में एक गोली मिल जाती है। इस तथ्य को दुनिया के सामने संजय गांधी पीजीआई के इमरजेंसी मेडिसिन के प्रो. तनमय घटक और इमरजेंसी मेडिसिन  कॉलेज फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटीटालोहासी फ्लोरिडा यूएसए के प्रो. रूबेन डब्ल्यू ने कई शोध पत्रों के अध्ययन के बाद सामने रखा है। इस तथ्य को जर्नल ऑफ ग्लोबल इनफेक्शियस डिजीज ने विश्व की स्थिति: डॉक्सीसाइक्लिन - ग्राम-नेगेटिव सेप्सिस के लिए एक नई बोतल में एक पुरानी शराब शीर्षक से संपादकीय के रूप में  स्वीकार किया है।

 शोध पत्र में कहा है कि एंटीबायोटिक प्रतिरोध से निपटने के लिए शक्तिशाली एंटीबायोटिक की खोज है  या पुराने एंटीबायोटिक के फिर से इस्तेमाल है। डॉक्सीसाइक्लिन एक ऐसा "पुराना" ब्रॉड-स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक है। 1960 के दशक की शुरुआत में खोजा गया और अभी भी उपयोग में है। अत्यधिक लिपोफिलिक होने के कारण यह साइटोप्लाज्मिक झिल्लियों को पार करता है।  ऊतकों तक  पहुंचता है।  डॉक्सीसाइक्लिन एक  चक्र उत्पन्न करता है जिससे बैक्टीरिया जीवित रहने के लिए  आवश्यक प्रोटीन का निर्माण नहीं कर सकते। बैक्टीरिया की अंततः मृत्यु हो जाती है।

किस मात्रा में कारगर

डॉक्सीसाइक्लिन की फार्माकोकाइनेटिक्स प्रोफ़ाइल अद्वितीय है।डॉक्सीसाइक्लिन को 100 मिलीग्राम दो बार निर्धारित किया जाता है। प्रतिदिन या 200 मिलीग्राम प्रतिदिन । इस मात्रा में  अनुकूल परिणाम देखे गए।

 

 यूटीआई और श्वसन तंत्र संक्रमण में कारगर

मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) में सुधार सबसे अधिक 93.4 फीसदी में देखा गया। इसी तरह श्वसन तंत्र के संक्रमण में भी  कारगर देखा गया।  डाक्सीसाइक्लीन में मृत्यु दर कम होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि  डॉक्सीसाइक्लिन जैसे "पुराने" एंटीबायोटिक्स के  यूटीआई के मामलों में उपयोगी साबित हो सकता है। इसके साथ ही ए. बौमन्नी बैक्टीरिया के कारण होने वाले श्वसन तंत्र संक्रमण में उपयोगी साबित हो सकता है।

 

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