कंबीनेशन थेरेपी से लिवर के मरीजों को राहत और लंबी जिंदगी
स्थापित किया रिस्पांस गाइडेड स्लो एलब्यूमिन , फ्यूरोसीमाइड एंड टेरलीप्रेसिन इंफ्यूजन थिरेपी
-लिवर की खाराबी में शरीर में होता है साइटोकाइन स्टार्म
-दिल को कम मिलता है खून और किडनी पर बढ़ता है प्रेशर
संजय गांधी स्नातकोत्तर आर्युविज्ञान संस्थान के गैस्ट्रोएंट्रोलाजिस्ट प्रो. गौरव पाण्डेय ने कार्डियोलाजी, क्लीनिकल इम्यूनोलाजी के विशेषज्ञों के साथ मिल कर कंबीनेशन थिरेपी स्थापित किया है। इस थेरेपी से लिवर सिरोसिस, एक्यूट लिवर फेल्योर, क्रानिक लिवर डिजीज के मरीजों को राहत मिलेगी। जिंदगी लंबी होगी। इसे थेरेपी को रिस्पांस गाइडेड स्लो एलब्यूमिन , फ्यूरोसीमाइड एंड टेरलीप्रेसिन इंफ्यूजन नाम दिया है। इस थिरेपी से एक्यूट लिवर फेल्योर के 135 मरीजों में इलाज किया गया जिसमें काफी अच्छे परिणाम मिले है। लिवर की इन परेशानियों में क्या होता है शोध किया । रक्त में साइटोकाइन, इंडोटाक्सिन का स्तर का अध्ययन किया। देखा कि यह बढा जाता है। लिवर को खून सप्लाई करने वाली पोर्टल वेन चौडी हो जाती है। लिवर के बंधे के रूप में काम करता है। दिल को पूरा खून नहीं मिल पाता है। आंत में सूजन आ जाता है। ईंडो टाक्सिन , साइटोकाइन मुख्य रक्त प्रवाह में शामिल हो जाता है। इससे शरीर की रक्त वाहिकाएं चौडी हो जाती है। रक्त दाब कम हो जाता है। किडनी, हार्ट पर असर पड़ता है। पेट में पानी भर जाता है। फेफडे में पानी जमा हो जाता है। पैर में सूजन होने लगता है। शरीर को संक्रमण से बचाने वाले न्यूट्रोफिल की कार्य शक्ति कम हो जाती है। इससे बार –बार बुखार, शरीर के दूसरे अंगों में संक्रमंण की परेशानी होती है। बार –बार भर्ती होना पड़ता है। रिस्पांस गाइडेड( जितनी जरूरत उतनी दवा) थिरेपी विकसित किया। इसमें टेरलीप्रेसीन , एलब्यूमिन, रक्त संचार बढाने के लिए नार एड्रिलीन और डाई यूरेटिक ( फेरोसामाइड) चार दवाओं का कंबीनेशन दिया । इससे सूजन कम होता है। दिल को रक्त पर्याप्त मात्रा में मिलता है। हार्ट का कार्य शक्ति ठीक होती है।
वर्जन
लिवर सोरोसिस के 50 फीसदी से अधिक लोगों मे दूसरे आंगों पर कुप्रभाव पड़ता है जिसके कारण कई परेशानी होती है। स्प्लेनचेनिक और प्रणालीगत हेमोडायनामिक्स में सुधार, आंतों की पारगम्यता और एंडोटॉक्सिमिया , न्यूट्रोफिल कार्यों में सुधार, और संचलन में प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स को कम होता है जिससे लिवर सिरोसिस, एक्ट लिवर फेल्योर के मरीजों को राहत मिलती है---प्रो. गौरव पाण्डेय पेट रोग विशेषज्ञ एसजीपीजीआइएमएस
शोध को मिली विश्व स्तर पर स्वीकार्यता
रिसपांस गाइडेड स्लो इंफ्युजन आफ एल्ब्यूमिन , वासोकांसट्रिकटर एंड फ्यूरोसमाइड इंप्रूव एसाइिटस, मोबिलाइजेशन एंड सरवाइवल इन एक्यूट आन क्रोनिक लिवर फेल्योर नाम से शोध किया जिसे जर्नल आफ इंफ्लामेशन ने स्वीकार किया है। शोध मे क्लीनिकल इण्यूनोलाजी विभाग के शरीर प्रतिरक्षा विशेषज्ञ प्रो. विकास अग्रवाल और प्रो. दुर्गा प्रसन्ना मिश्रा , कार्डियोलॉजी विभाग के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रो. सुदीप कुमार, पेट रोग विशेषज्ञ प्रो. प्रवीर राय ने इस शोध रूप से भागीदार रहे।
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