वार्ड मैनेजमेंट के लिए पीजीआई तैयार विशेषज्ञ
प्रदेश का पहला संस्थान जो तैयार करने जा रहा है विशेषज्ञ
तीस सीट के लिए मांगी है अनुमति
किसी भी अस्पताल में मरीज के भर्ती होने के बाद पूरी –देख रेख की जिम्मेदार नर्सेज पर होती है। सही समय पर दवा, वाइटल चार्ट, सही समय पर सही भोजन, बेड प्रबंधन, आकस्मिक दवा की उपलब्धता, मेडिकल उपकरणों का रखरखाव सहित तमाम जिम्मेदारी नर्सेज के हवाले होती है। वार्ड प्रबंधन एक अलग तरह की विशेषज्ञता है जिस पर ध्यान नहीं दिया गया। इसके कारण कार्य की गुणवत्ता कई बार प्रभावित होती है। इसी तथ्य को ध्यान में रख कर संजय गांधी पीजीआई का अस्पताल प्रशासन विभाग प्रदेश में पहली बार नर्सिंग एडमिनिस्ट्रेशन में सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है। इस प्रोग्राम के लिए तीस सीट की अनुमति मांगी गयी है। विभाग के प्रमुख प्रो.राजेश हर्ष वर्धन का मानना है कि इस पाठ्यक्रम को करने वाले लोग यदि वार्ड मैनेजमेंट करेंगे तो वार्ड की व्यवस्था की गुणवत्ता में 40 से 50 फीसदी गुणवत्ता में वृद्धी होगी। मरीजों को संतुष्टि मिलेगी। इलाज की सफलता दर बढेगी। इस पाठ्यक्रम के लिए कोर्स का पूरा विवरण तैयार लिया गया। इसमें बीएससी नर्सिग एवं जीएनएम कर चुकी नर्सेज को प्रवेश दिया जाएगा। यह सर्टिफिकेट कोर्स एक साल का होगा। प्रो. हर्ष वर्धन का कहना है नर्सेज , एमबीबीएस, बीडीएस कर चुके लोगों के लिए पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन चला रहे है । इसके अलावा फर्स्ट एड. फूड एंड न्यूट्रिशन , कम्युनिटि हेल्थ, हेल्थ केयर वेस्ट मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स चल रहा है जिसका फायदा अस्पताल संचालन में मिल रहा है।
हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की बढ़ेगी चार सीट
हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन डिग्री कोर्स के लिए अभी हमारे पास केवल 6 सीट है । चार सीट बढ़ाने के प्रस्ताव की अनुमति मिल गयी है। जुलाई 2022 से यह सीट बढ़ जाएगी। इसके आलावा किंग जार्ज मेडिकल विवि, कैंसर संस्थान में भी अस्पताल प्रशासन विभाग स्थापित हो गया है। राम मनोहर लोहिया और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज नोएडा में विभाग खुलने जा रहा है। इसके लिए हम लोग लगातार काम कर रहे। इन संस्थानों में विभाग खुलने के बाद प्रदेश से तीस से अधिक अस्पताल प्रबंधन के डिग्री धारक मिलेंगे।
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