कोरोना वायरस में स्थित नया हथियार कर रहा है बहुत बीमार
वायरस में नए बाइडिंग प्रोटीन का पीजीआई ने लगाया पता
कोरोना वायरस के पास शरीर की कोशिकाओं से जुडने के लिए नए सेल बाइडिंग प्रोटीन का इस्तेमाल कर रहा है इस नए प्रोटीन का पता संजय गांधी पीजीआइ के विज्ञानियों ने हासिल की है। इस नए प्रोटीन का नाम है सियालो साइड बाइंडिंग साइट जो वायरस में मौजूद है। शोध विज्ञानियों का कहना है कि सेल से जुडने वाले बाइंडिंग प्रोटीन का पता लगने के बाद इलाज के लिए नई दवाएं विकसित करने में मदद मिलेगी। विज्ञानियों ने पहले पता लगाया था कि कोरोना वायरस कोशिकाओं को संक्रमित करने के लिए अपने स्पाइक-प्रोटीन रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन का उपयोग मानव कोशिकाओं के सतह पर स्थित एंजियो टेनसिन कन्वर्जिंग एंजाइम-2 रिसेप्टर प्रोटीन से जुड़ कर कोशिकाओं को संक्रमित करता है नए शोध में बता चला है कि वायरस के पास सियोल साइट बाइंडिंग साइट प्रोटीन है इससे वह सेल को संक्रमित करता है। संभव है कि इसी के कारण गंभीरता बढ़ रही है। मालीक्यूलर मेडिसिन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ संतोष कुमार वर्मा का कहना है कि कोरोनो वायरस स्पाइक-प्रोटीन में मौजूद रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन के अलावा एक नई बाइंडिंग साइट की पहचान की है जिसे वायरस इंटरनेशनल जर्नल ने स्वीकार किया है।
कोरोनो वायरस फेफडे के अलावा , जठरांत्र संबंधी मार्ग, गुर्दे, मस्तिष्क, हृदय औरप्रतिरक्षा कोशिकाओं को संक्रमित कर सकताहै। कारण की पहचान करने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक इस पर शोध कर रहे है। हमने जैव सूचना विज्ञान और आणविक सिमुलेशन का उपयोग करते हुए पता लगया कि रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन के अलावा, एक अतिरिक्त सियालो साइड बाइंडिंग साइट कोरोनोवायरस के स्पाइक-प्रोटीन में मौजूद है। यह अतिरिक्त सियालो साइड बाइंडिंग पॉकेट कोरोनो वायरस को सियालिक एसिड युक्त कार्बोहाइड्रेट के साथ बाँधने में मदद करता है, जो विभिन्न मानव अंगों की सतह पर मौजूद विभिन्न सियाल ग्लाइको प्रोटीन के साथ जुड़ा होता है जो ऊतकों को संक्रमित करने के लिए कोरोनोवायरस को मजबूती देता है। यह जानकारी नए संभावित चिकित्सा तकनीक की खोज में मदद करेगा।
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