आर्युवेद ने किया कोरोना से मुकाबला
कोरोना के इलाज के लिए मिली नई दिशा
पहली बार कोरोना के मरीजों पर आर्युवेद से इलाज पर हुआ शोध
कुमार संजय
कोरोना के इलाज में आयुर्वेद कारगर साबित हुआ है। यह 120 कोरोना के मरीजों पर शोध के बाद साबित किया है। इस शोध को विश्व स्तर पर स्वीकार किया गया है। कोरोना की पुष्टि वाले इन मरीजों को तीन वर्ग में बांट कर शोध किया गया है। ए, बी और सी समूह में चालिस –चालिस मरीजों को रखा गया है। ए और बी समूह के मरीजों को विशेष आयुर्वेदिक दवाएं दी गयी और सी को विटामिन सी और पेरासिटामोल दिया गया देने के बाद उनमें 10 दिन के अंदर लक्षण में आराम और कोरोना निगेटिव होने में लगने वाले समय का अध्ययन किया गया। यह शोध लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में आने वाले कोरोना मरीजों पर किया गया। शोध में इस अस्पताल के चिकित्सकों के अलावा नेशनल हेल्थ मिशन आयुष के चिकित्सकों ने भी भाग लिया।
किसे शोध में किया गया शामिल
कोरोना पॉजिटिव उन मरीजों को शोध में शामिल किया गया जिनमें बुखार, गले में खराश, खांसी, सांस की तकलीफ, नाक बहना, सामान्य कमजोरी, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, मतली / उल्टी, दस्त, स्वाद की हानि और गंध की कमी की परेशानी थी। ऐसे मरीजों को भी शामिल किया जिनमें लक्षण नहीं थे।
किस वर्ग के मरीजों को क्या दी गई दवा
समूह ए- व्याघ्र्यादि कषाय 50 एमएल दो बार, पिपली पाउडर खाली 50 ग्राम सुबह और शाम खाली पेट , 500 मिली ग्राम दो बार समशमणि वटी
समूह बी- दो ग्राम शुंठी दो बार, रसोना पेस्ट एक ग्राम एक बार
समूह सी – विटामिन सी 500 ग्राम दो बार , 500 ग्राम पैरासिटामाल
शोध में क्या हुआ साबित
ग्रुप सी की तुलना में ग्रुप ए और बी में पहले वायरल क्लीयरेंस( कोरोना निगेटिव) के साथ औसत जल्दी रिकवरी देखी गई थी। ग्रुप बी और सी की तुलना में ग्रुप ए में बुखार, खांसी, गले में खराश और चिड़चिड़ापन में अधिकतम राहत देखी गई, जो सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण थी। समूह सी के कुछ रोगियों में उचित स्वाद और गंध का नुकसान अधिक प्रमुख था। समूह बी के रोगियों ने स्वाद की असामान्य अनुभूति और सामान्य कमजोरी में सुधार दिखा।
5 वें दिन वें दिन कोरोना निगेटिव
समूह ए - 92.5 फीसदी
समूह बी - 87.5 फीसदी
समूह सी - 57.75 था।
7 वें दिन
समूह ए - 100 फीसदी
समूह बी - 97.5 फीसदी
ग्रुप सी - 72.5 फीसदी
इन्होंने किया शोध
लोकबंधु अस्पताल के पंचकर्म विशेषज्ञ डा. आदिल रईस, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अमिता यादव, डा. महेंद्र यादव, चिकित्सा अधीक्षक डा.पीएन अहिरवार, नेशनल हेल्थ मिशन के डा. हिमांशु आर्य, डा. रामजी वर्मा, आल इंडिया इंस्टिट्यूट आफ आयुर्वेदा के डा. अबसार अहमद , कम्युनिटी मेडिसिन कैरियर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस के डा. आर गालिब और डीजी हेल्थ डा.डीएस नेगी
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