बुधवार, 27 जनवरी 2021

पीजीआईः सम्मानित हुए उत्कृष्ट काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी

 

पीजीआईः सम्मानित हुए उत्कृष्ट काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी

 

कोरोना अस्पताल में केवल 27 मरीज जल्दी  शुरू होगा ट्रामा सेंटर होगा नान कोविड अस्पताल 

 

संजय गांधी पीजीआई में गणतंत्र दिवस के  अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन ने झंडारोहण करने के बाद कहा कि संस्थान के सभी संवर्ग के लोग संस्थान के प्रगति में बराबर के भागीदार हैं । हमारा संविधान हमें कई मौलिक अधिकार प्रदान करता है। निदेशक ने कहा कि कोरोना अस्पताल में मरीजों की संख्या घट कर 27 रह गयी है जल्दी है ट्रामा सेंटर नान कोविड अस्पताल की तरह काम करेगा।  इस मौके पर संस्थान के कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया सम्मान पाने वाले में यह लोग है। सुधीर सक्सेना -वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी,  रामनरेश -अटेंडेंट एनिमल हाउस ,संतोष दुबे -अटेंडेंट जनरल अस्पताल नरेंद्र प्रसाद -यू डी ए न्यूरो सर्जरी विभाग ,  सुहेब अशरफ -प्रशासनिक अधिकारी इग्निस लता -सिस्टर ग्रेड न्यूरोलॉजीबीना शुक्ला -सिस्टर ग्रेड पोस्ट ऑफहेमंत वर्मा -टेक्निकल ऑफिसर माइक्रोईके शर्मा-वरिष्ठ टेक्निकल ऑफिसर कार्डियोलॉजी विभाग,

 विनय प्रताप सिंह -चीफ टेक्निकल ऑफीसर सीबीटीएस संजय नारायण -सहायक लेखाकार हेमेटोलॉजी विभाग ,अंजू कपूर -पीए सीसीएमसंजय श्रीवास्तव -सीनियर इलेक्ट्रीशियन इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट ,सोना सिंह -सहायक अध्यापिका नर्सरी स्कूल अजय कुमार तिवारी -

जूनियर रिसेप्शन ऑफिसरसुरेश कुमार -सहायक लेखाकार वित्त विभागरमेश कुमार -

सुपरवाइजिंग ऑफिसर एटीसीरिपुदमन -मैनेजर टेलीमेडिसिन बी पी शर्मा-सेनेटरी सुपरवाइजर ,

बृजेश पाठक -ब्लड कलेक्शन सेंटर 

कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष जितेंद्र यादव महामंत्री धर्मेश कुमार, एनएसए की अध्यक्ष सीमा  शुक्ला 

कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सावित्री सिंह सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने सम्मान पाने वाले कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि संस्थान किया कर्मचारी अपनी सेवा से मरीजों और संस्थान की सेवाओं को गति देने में पूरी तरह ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करते हैं इनका सम्मान से संस्थान के सभी कर्मचारियों का सम्मान बढ़ता है।

रविवार, 10 जनवरी 2021

पीजीआई दीक्षा समारोह में एवार्ड विनर के शोध---गैस्ट्राइटिस ठीक होने के बाद हो सकती है परेशानी , फेफड़ें में काम में कमी पर पेट के बल करने से बढ़ता है आँख में दबाव

 

प्रो.एसआर नायक आउट स्टैंडिंग रिसर्च इनवेंशटीगेटर प्रो.यूसी घोषाल गैस्ट्रोइंट्रोलाजी

 

 

 

 

 गैस्ट्राइटिस में एंटीबायोटिक के इस्तेमाल पर बरते सावधानी

 

 

 एक्यूट गैस्ट्राइटिस के मरीजों में यह परेशानी दूर होने के बाद 10 से 20 फीसदी मरीजों में लंबे समय तक पेट की परेशानी हो सकती है। भारत और बंगला देश में एक्यूट गैस्ट्राइटिस की परेशानी अधिक होती है। दोनो देश ने इस विषय पर शोध किया तो देखा कि गैस्ट्राइटस होने पर तुरंत एटी बायोटिक चला दी जातीहै जिसके कारण कुछ लोगों में लंबे समय के लिए पेट की परेशानी होती है। इस लिए हल्का गैस्ट्राइटस की परेशानी होते एंटीबायोटिक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। देखा गया है कि सामान्य चिकित्सक के आलावा लोग खुद एंटीबायोटिक का इस्तेमाल कर लेते है। इस परेशानी में म्यूकोस सूजन जाती है। गैस्ट्राइटिसकी समस्या में पेट में गैस बनती है।  पेट फूल जाता है और पेट में दर्द होता है। इस विषय पर दस शोध पत्र है जिसे इंटरनेशनल स्तर पर स्वीकार किया गया है।प्रो. घोषाल के पेट की बीमारियों पर  402 शोध पत्र है। 33 एवार्ड सहित कई सम्मान इनके खाते हैं।  

 

 

 

 

 प्रो.एसएस अग्रवाल बेस्ट रिसर्च एवार्ड- डा. पी बी साई सरन सीसीएम

 

 

 आईसीयू में पेट के बल लिटाने पर सांस तो होगी ठीक लेकिन जा सकती है रोशनी

 

 

 

  आईसीयू में एक्टूट डिसट्रेस रिसपाइरेटरी सिंड्रोम(सास लेने में गंभीर परेशानी)  मरीजों कोपेट के बल लिटाने से फेफडे में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है लेकिन इसकी वजह से आखमें दबाव बढ़ जाता है जिसके कारण आख की रोशनी जा सकती है। इस लिए प्रोन स्थिति मेंरखने के साथ आँख में दबाव पर भी ध्यान देने की जरूरत है। प्रोन स्थित में साइड इफेक्ट के बारे में शोध काफी कम हुआ है। यह  सोध इन्होंने  केयर मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉ मोहन गुर्जर और नेत्र रोग विभाग के विशेषज्ञों के सहयोग से किया। एक शोध में बताया कि  आईसीयू की संरचना हास्पिटल एक्वायर्ड इंफेक्शन का बडा  कारक है। रोगी के आस-पास की जगहनिर्माण और उपयोग की गई परिष्करण सामग्री फर्नीचरऔर वेंटिलेशन सिस्टम पर विशेष ध्यान देकर भविष्य में संक्रमण  को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा कोविड से बचाव में हेल्थ केयर वर्कर को कैसे पीपीई किट का इस्तेमाल करना चाहिए। सुरक्षा किट के निर्माण में क्या सावधानी की जरूरत है सहित कई शोध पत्र इनके नाम है। इनके 35 शोध पत्र है। आंध्र प्रदेश के ग्रामीण परिवेश से निकले कैंसर संस्थान के सीसीएम विभाग में ज्वाइन किए है। इनकी पत्नी डा.नम्रता लोहिया संस्थान में गुर्दा रोग विशेषज्ञ है।  

 

  बेस्ट डीएम स्टुडेंट एवार्ड डा. हाफ़िज़ मुंहम्द क्लीनिकलइण्यूनोलाजी

रूमटायड अर्थराइटस दे सकता है दिल को दर्द

 

 रूमटायड अर्थराइटिस के 15 से 20 फीसदी मरीजों में दिल की बीमारी की आशंका रहती है। इस शोध के जरिए बताया कि रूमटायड अर्थराइटिस आटो इण्यूनडिजीज जिसमें शरीर के खिलाफ एंटी बाडी बन जाती है। यह एंटी बाडी शरीर के जोड़ों केअलवा दिल की रक्त वाहिकाओं को भी क्षति ग्रस्त करती है। इस लिए इस बीमारी से प्रभावित लोगों को दिल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। समय पर फालोअप पर जाना चाहिए।इनको दिल की बीमारी से बचाने के लिए पहले से ही उपाय पर विचार करने की जरूरत है।इसके आलावा रिएक्टिव अर्थराइटस के मरीजों में परेशानी का पता लगाने के लिए सीबीएमआरके साथ मिल कर खास वायो मार्कर पर शोध किया है जिससे बीमारी का पता काफी पहले लग सकता है।  

 

 

बेस्ट एमसीएच स्टुडेंट एवार्ड- डा. वी चक्रपाणि रमैया इंडोसर्जरी

 

पांच मिनट चल जाएगा स्तन कैंसर युक्त गांठ का पता

 

 

 

  स्तन कैंसर के मरीजों में स्तन के कैंसर के निकालने के दौरान कांख में स्थित लिम्फनोड कई बार निकाला जाता है। इससे हाथ में सूजम और कमजोरी कीपरेशानी होती है। कांख में स्थित उन्ही लिम्फनोड को निकालना चाहिए जिसमें कैंसर है। इन लिम्फनोड का पता लगाने के लिए फ्लोरोसिन डाई तकनीक पर शोध किया जिसमें देखा कि गांठ के पास डाई इंजेक्ट कर विशेष प्रकाश से देखने पर जहां कैंसर सेल होता हैवह नीले रंग का चमकता है केवल उन्ही गांठ को निकाला जाता है। इस तकनीक में पांच मिनट में कैंसर युक्त गांठ का पता लग जाता है। यह तकनीक काफी सस्ती है।  इसके अलावा फियोक्रोमोसाइटोमा पर भी शोध पत्र है। आंध्र प्रदेश की रहने वाली   यह परिवार की पहली चिकित्सक है। 

गुरुवार, 7 जनवरी 2021

पीजीआई सामान्य ओपीजी की तरफ बढ़ाया कदम हर ओपीडी में देखे जाएंगे 60 मरीज


 



पीजीआई सामान्य ओपीजी की तरफ बढ़ाया कदम

 हर ओपीडी में जेब देखे जाएंगे 60 मरीज

कोरोना जाँच है जरूरी



संजय गांधी  पीजीआई  की ओ0 पी0 डी0 सेवाओ की  व्यवस्था में कुछ परिवर्तन किया है।

सप्ताह में सोमवार से शुक्रवार ओपीडी प्रातः 9.30 से अपराह्न 4:00 बजे तक और शनिवार को प्रात: 9.30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक चलेगी। 
ओ0पी0 डी0 में 20 नये रोगी और 40 पुराने रोगी देखे जायेगे। पहले 10 नए और 20 पुराने देखे जाते थे।
ओपीडी में रोगियों को कोविड की ट्रूनैट रिपोर्ट के साथ भी देखा जाएगा।
 कोविड जांच के लिए ट्रूनैट और आर टी पीसीआर का टेस्ट अपराहन 1:00 बजे तक ही किया जाएगा।
जो रोगी और उनके सहायक बिना कोरोना जांच के  लिए ओ0 पी0 डी0 पहुंच गए हैं, वे जन संपर्क पटल / स्क्रीनिंग काउंटर 2 पर जाकर  टेस्ट करा सकते हैं।
जांच रिपोर्ट आ आने पर उन्हें 1:00 बजे से 4:00 बजे तक ओपीडी में देखा सकता है।

पीजीआई कोविड अस्पताल के कर्मियों को मानदेय न मिलने से आक्रोश -करीब 600 कर्मियों का दो माह से भुगतान नही हुआ

 पीजीआई कोविड अस्पताल के कर्मियों को मानदेय न मिलने से आक्रोश


-करीब 600 कर्मियों का दो माह से भुगतान नही हुआ
-11 जनवरी को प्रशासनिक भवन का घेराव की चेतावनी

संजय गांधी 
पीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल में काम करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मी दो माह से मानदेय न मिलने से आक्रोशित हैं। करीब 600 कर्मचारी हैं। जिन्हें अभी तक नवम्बर और दिसम्बर का भुगतान नही हुआ है।  मानदेय मांगने पर इन कर्मियों को संस्थान प्रशासन के अफसर नौकरी से निकालने की धमकी दे रहे हैं। खफा कर्मियों ने तीन दिन के भीतर भुगतान न होने पर सोमवार को कोविड अस्पताल में पीपीई किट पहन कर प्रदर्शन करने की धमकी दी है।

पीजीआई की मुख्य बिल्डिंग व कोविड अस्पताल में कार्यरत करीब छह सौ डाटा इंट्री ऑपरेटर, पेशेंट हेल्पर और चालक अप्रैल से अब तक कोविड वार्ड में छह से सात बार ड्यूटी कर चुके हैं। इसके बावजूद संस्थान प्रशासन इनके साथ भेदभाव कर रहा है। जब कर्मचारी मानदेय मांगने ऑउट सोर्सिंग कंपनी के प्रतिनिधि के पास जाते हैं तो यह लोग पीजीआई द्वारा बजट न देने की बात कहकर संस्थान के अफसरों के पास भेज देते हैं। उल्टा अफसर इन्हें पीजीआई का नही मानते हुए कंपनी के पास भेज देते हैं। 

राशन के लिए पैसे नही

कोविड वार्ड में 14 दिन की ड्यूटी करने वाले इन कर्मियों के घर पर राशन और कमरे का किराया देने के लिए रुपये नही हैं। कोविड वार्ड में ड्यटी की वजह से  पड़ोसी में मदद करने से कतराते हैं। एक कर्मी ने बताया कि अधिकांश कर्मी पीजीआई के आसपास  किराए के मकानों में रहते हैं। कोविड अस्पताल में 14 दिन ड्यूटी करने की वजह से  यह घर भी नही जा पा रहे हैं। मानदेय न मिलने की वजह से बच्चे व परिवार के सदस्यों के आगे खाने की समस्या गई है।
संस्थान प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी गोलमोल जवाब दे रहे हैं। भुगतान में हो रही देरी पर खुद की जिम्मेदारी से बच रहे हैं।

सोमवार, 4 जनवरी 2021

श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने जन्मदिन पर दिया आश्वासन, दूर होगी संविदा कर्मियों की समस्या

 

श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने जन्मदिन पर दिया आश्वासन, दूर होगी संविदा कर्मियों की समस्या






राजधानी समेत पूरे यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत संविदा कर्मचारियों का लगातार शोषण हो रहा है। वेतन विसंगति के सम्बंध में संविदा कर्मचारी संघ ने श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को ज्ञापन दिया है। जिस पर मंत्री श्री मौर्य ने जल्दी ही समस्याओं के निराकरण करवाने का आश्वासन दिया।

दरअसल, शनिवार को श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का 66 वां जन्मदिन था। संयुक्त स्वास्थ आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ ने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में श्रम मंत्री का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया। इस मौके पर श्री मौर्य खुद केजीएमयू पहुंचे हुए थे।
इसके अलावा कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद संघमित्रा मौर्य, बस्ती सदर के विधायक दयाराम चौधरी, सदस्य श्रम बोर्ड रजनीकांत मौर्य, अपर श्रमायुक्त बीके राय, डॉक्टर रामायण मौर्य, विजय यादव क्षेत्रीय अध्यक्ष सहित कई भाजपा नेता तथा कई कर्मचारी संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।
इस मौके पर केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर के सामने विशाल भंडारे तथा कंबल वितरण का भी आयोजन किया गया। भंडारे तथा कंबल वितरण के अलावा विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें संविदा कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा 67 लोगों ने रक्तदान कर मंत्री का जन्म दिवस मनाया। प्रदेश महामंत्री सच्चिदानंद मिश्रा ने भी रक्तदान किया।
संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल ने बताया कि भंडारे में शाम तक हजारों मरीजों के तीमारदारों ने भोजन किया।
कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल, महामंत्री सच्चितानन्द मिश्रा, प्रदेश मीडिया प्रभारी सतीश चंद्र चौहान, उदय प्रताप, पप्पू यादव, प्रदेश मंत्री करुणेश तिवारी, केजीएमयू उपाध्यक्ष सागर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष अजय सिंह, उदयवीर, एस एन पाठक, धर्मेंद्र सिंह आदि ने मंत्री को जन्मदिवस की बधाई दी।