बुधवार, 16 फ़रवरी 2022

पीजीआई में दिखाने के लिए नहीं पड़ेगी कोरोना रिपोर्ट की जरूरत

 





संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में ओपीडी और भर्ती होने वाले मरीजों के लिए नवीन दिशा निर्देश जारी किये  गये  है- ओ पी डी में परामर्श के लिए आने वाले पुराने और नये रोगियों, जिन्हें कोविड के कोई लक्षण नहीं है, के लिए कोविड जांच की अनिवार्यता को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया गया है। 

ओपीडी परामर्श के लिए ई ओपीडी के द्वारा परामर्श को प्राथमिकता दी जाएगी। ई परामर्श के उपरांत यदि आवश्यक हो तो उन्हें ओपीडी में देखने के लिए बुलाया जाएगा। ई ओ पी डी के फोन नंबर  संस्थान की वेबसाइट www.sgpgims.org.in और पेशेंट पोर्टल www.sgpgims.in पर उपलब्ध हैं। 

सभी रोगियों और उनके सहायकों को कोविड अनुकूल व्यवहार जैसे मास्क का उपयोग, प्रत्यक्ष दूरी और हाथों को धोना का पालन करना होगा ।

जिन रोगियों में कोविड के लक्षण नहीं हैं , उन्हें जांचों जैसे एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, एम आर आई, सी टी, इकोकार्डियोग्राफी, पी एफ टी, एफएनएसी, ई एम जी अथवा एन सी वी के लिए भी कोविड परीक्षण की आवश्यकता नहीं है।

जिन रोगियों में  कोविड के लक्षण हैं अथवा जो रोगी  लक्षण हीन है, और उन्हें अति शीघ्र भर्ती की आवश्यकता है, किन्तु उनके पास निगेटिव RTPCR  रिपोर्ट नहीं है,  तो उन्हें T3 (आरसीएच ) में बेड की उपलब्धता के आधार पर भर्ती किया जाएगा।

भर्ती के लिए (इमेरजेन्सी,  वार्ड अथवा आई सी यू) मरीजों व उसके एक सहायक को आईसीएमआर के द्वारा प्रमाणित लैब से भर्ती के 10 दिन के अंदर की नेगेटिव RTPCR अथवा टुनैट रिपोर्ट दिखाने अनिवार्य होगी।  

यदि गैर कोविड क्षेत्र में किसी रोगी का ऑपरेशन होना है , तो उसे ऑपरेशन के 72 घंटे के अंदर की नेगेटिव RTPCR या टूनैट रिपोर्ट लानी होगी।

संजय गांधी पीजीआई प्रशासन को यह अधिकार है कि वह मरीज द्वारा प्रस्तुत कोविड RTPCR रिपोर्ट की वैधता या विश्वसनीयता की जांच कर सकते हैं। यदि ऐसी कोई भी रिपोर्ट फर्जी पाई गई तो इसका संज्ञान पुलिस को देते हुए समुचित  कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

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