बुधवार, 19 अगस्त 2020

विदेशी से अलग है भारतीयों में कोरोना के लक्षण

 आईसीएमआर ने कोरोना के खास लक्षणों के लेकर किया शोध तो मिली नई जानकारी

कोरोना संक्रमित उत्तरभारतीयों में कम हो रही है सांस लेने की परेशानी

बुखार नहीं है प्रमुख लक्षण  

विदेशी से अलग है भारतीयों में कोरोना के लक्षण की दर

कुमार संजय। लखनऊ

उत्तर भारत के कोरोना संक्रमित मरीजों में सांस लेने की परेशानी और बुखार की परेशानी काफी कम मिल रही है। यह देशा का पहला शोध है जिसमें भारतीयों में लक्षण का पता लगाया है अभी तक विदेशी शोध और अनुभव के आधार पर देश के चिकित्सक लक्षण के आधार पर संक्रमण की आशंका जान कर जांच या इलाज की दिशा तय करते रहे है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने अपने इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च  में बताया है कि कोरोना संक्रमित केवल 17 फीसदी लोगों में बुखार की परेशानी और केवल 5.6 फीसदी लोगों में सांस लेने की परेशानी देखी गयी है। विशेषज्ञों का कहना है कि  बुखार कोरोना वायरस के प्रमुख लक्षणों के रूप में सामने आया है। अध्ययन से पता लगा कि सिर्फ 17.4 फीसदी मरीजों को ही संक्रमण के दौरान बुखार था दुनिया के बाकी देशों के विपरीत यहां संक्रमित मरीजों में बुखार प्रमुख लक्षण नहीं था। विज्ञानियों ने 144 मरीजों पर किया गया जो कि उत्तर भारत के अलग-अलग शहरों से थे। भारत के विपरीत चीन में 44 प्रतिशत संक्रमित मरीजों में जांच के दौरान बुखार पाया गया जबकि अस्पताल में उपचार के दौरान 88 प्रतिशत मरीजों को बुखार रहता था। दूसरे देशों में भी कोरोना पीड़ित मरीजों में बुखार एक प्रमुख लक्षण रहा है।

 

44.4 फीसदी बिना लक्षण

सिम्प्टोमैटिक मरीजों में श्वसन संबंधी समस्याएंगले में खराश और खांसी जैसे कोरोना के लक्षण देखे गए। इन मरीजों में 44 प्रतिशत मरीज एसिम्प्टोमैटिक थे जिनमें अस्पताल में भर्ती होने से उपचार होने तक कभी बुखार नहीं देखा गया। इस आधार पर शोधकर्ताओं का आकलन है कि उस वक्त भी कोरोना वायरस साइलेंट स्प्रेडर’ की तरह बिना लक्षण के लोगों को संक्रमित कर रहा था। 

 दूसरे लक्षणों पर भी दिया जाए ध्यान 
शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष दिया कि चूंकि बहुत कम पॉजिटिव मरीजों को बुखार था इस हिसाब से आगे भी मरीजों की जांच व उपचार के दौरान मरीजों के दूसरे शारीरिक लक्षणों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। 

 

भीड़ वाले स्थानों से संक्रमित हुए- 
शोधकर्ताओं ने पाया कि इन मरीजों को संक्रमण ऐसे राज्यों की यात्रा के दौरान हुआजो वायरस प्रभावित थे। कई मरीजों को भीड़भाड़ वाले इलाकोंएयरपोर्ट व अन्य सार्वजनिक स्थानों में किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर संक्रमण हुआ। इन मरीजों में एक हेल्थ वर्कर और एक प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल था जो काम के दौरान संक्रमित हो गए।  

 

ळक्षण                प्रतिशत

बिना लक्षण -     44.4

लक्षण-    55.6

बुखार -    17.4

नांक बंद- 21.5

गले में खरास-21.5

कफ-34.7

बलगम( स्पुटम) -3.5

सांस लेने में परेशानी -5.6

थकान--1.4

मांसपेशियों में दर्द-  3.5

डायरिया- 2.8

मिचली या उल्टी- 2.1

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