गुरुवार, 13 अगस्त 2020

कोरोना मरीजों की सेवा में बराबर की भागीदारी--सेनटरी वर्कर भी संभाल रहे है मोर्चा






कोरोना मरीजों की सेवा में बराबर की भागीदारी

 

कोरोना संक्रमित मरीजों के सेवा और इलाज में अहम भूमिका नर्सेज निभाती है यह सही है । हम नर्सेज के निर्दशन में मरीजों की सेवा में बराबर की भागीदारी करती हूं। सिस्टर की हर कदम पर सहायता करती हूं क्योंकि सिस्टर के पास कई बार काफी काम हो जाता है। ऐसे में सिस्टर के साथ बराबर लगी रहती हूं जो कहती है उसका तुरंत पालन करना मेरा धर्म होता है। इसके साथ ही वार्ड की फ्लोर क्लीनिंग के आलावा गंभीर मरीजों की नित्य क्रिया में मदद करने के साथ कई बार मरीजों की स्पंजिंग( गीले कपडे से शरीर की सफाई) भी करना होता है। यह कहना आउट सोर्स सेनटरी वर्कर रमा सिंह का। वह अभी कुछ दिन पहले कोरोना वार्ड से ड्यूटी कर वापस आयी है। रमा जी कहती है कि मुक्षे कोरोना वार्ड में ड्यूटी से कभी डर नहीं लगा। सेनटरी इंसपेक्टर से खुद कहा कि ड्यूटी लगा दें । पहले दिन ड्यूटी पर जाने के बारे में जानकारी नहीं थी कि कैसे तैयारी खुद की करनी है। घर से खाना खा कर आ गयी तो पीपीई किट पहन कर जैसे ही वार्ड में गयी तो थोड़ी देर में चक्कर आ गया । वार्ड में खाली पडे बेड पर लेट गयी तो सिस्टर ने कहा कि ड्यूटी करने में परेशानी है तो तो वापस चली जाओ तो मैने कहा कि सब ठीक हो जाएगा थोडा वक्त दें। अगले दिन से जान गयी है बहुत कम खाना है, पानी उतना ही पीना है कि वाश रूम न जाना पडे तो अगले दिन से ड्यूटी सामान्य तरीके से करने लगी। हमारी दो बेटिया जिसमें एक बीएससी नर्सिग की है और नर्स की नौकरी कर रही है । एक बेटी इंटर पास की है और एक बेटा है सब परेशान हो गए क्योंकि यह सोच रहे थे कि कही मां को संक्रमण न हो जाए लेकिन नर्स बेटी ने सबका मनोबल बढाया। घर की पूरी जिम्मेदारी मेरे ऊपर है सास –ससुर और एक चचिया ससुर है कुल मिला कर आठ लोगों का परिवार है सबकी जिम्मेदारी बेटियों ने बखूबी निभाया।



 

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